मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल की सालगिरह से पहले सरकार काम काज के प्रचार-प्रसार में जुटी BJP | BJP promoting government work ahead of Modi government second term anniversary | nation – News in Hindi
कोरोना संकट के कारण सरकार ने ऐलान कर दिया कि सालगिरह के मौके पर किसी भी प्रकार का जश्न नहीं होगा सिर्फ सरकार के काम काज पर ई बुक्स निकाली जाएंगी.
बीजेपी (BJP) आलाकमान ने ऐसे साक्षात्कार को शुरू करने का कार्यक्रम बनाया ताकि देश के दूर दराज इलाकों में बैठे कार्यकर्ताओं तक सरकार के काम काज का लेखा जोखा पहुंचे. मोदी सरकार (Modi Government) के दूसरे कार्यकाल की पहली सालगिरह भी मई के महीने में ही है.
काम का लेखा-जोखा पहुंचाने के लिए उठाया ये कदम
दरअसल बीजेपी को लग रहा था कि टीवी के डिबेट शो में विकास से जुड़े मुद्दे और अच्छी बाते कहीं न कहीं खो जाती हैं. इसलिए बीजेपी आलाकमान ने ऐसे साक्षात्कार को शुरू करने का कार्यक्रम बनाया ताकि देश के दूर दराज इलाकों में बैठे कार्यकर्ताओं तक सरकार के काम काज का लेखा जोखा पहुंचे. मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल की पहली सालगिरह भी मई के महीने में ही है. लेकिन कोरोना संकट के कारण सरकार ने ऐलान कर दिया कि इस मौके पर किसी भी प्रकार का जश्न नहीं होगा सिर्फ सरकार के काम काज पर ई बुक्स निकाली जाएंगी. इसलिए प्रचार प्रसार तो कार्यकर्ताओं और संगठन के जिम्मेदारी है.
नड्डा ने भी संभाली कमान ऐसे में बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा ने कमान संभाली. पहले नड्डा ने तमाम उन मंत्रियों को अपने घर बुला कर बैठकें ली जो बतौर प्रवक्ता और सरकार के भरोसेमंद चेहरों के रूप में जाने जाते हैं. इसमें रविशंकर प्रसाद, प्रकाश जावडे़कर, स्मृति ईरानी, पीयूष गोयल समेत कुछ और मंत्री भी शामिल हुए. तय हुआ कि ये चेहरे अब बीजेपी के प्लेटफार्म से सरकार के काम काज का प्रसार करेंगे और कोरोना संकट में मोदी सरकार के अच्छे काम का पक्ष भी रखेंगे. नतीजा जल्दी ही सामने आने लगा जब ये तमाम मंत्री टीवी से लेकर प्रिंट मीडिया में सरकार का पक्ष रखने लगे. इसके बाद जेपी नड्डा ने पवक्ताओं से मंत्रियों के संवाद की शुरुआत की बात की.
संवाद का ये है लक्ष्य
इस संवाद का लक्ष्य एक ही है—और वो ही देश के कोने कोने मे बैठे कार्यकर्ताओं को सरकार के काम काज का सही लेखा जोखा देखा. आलाकमान जानता है कि आखिरकार इन्हीं कार्यकर्ताओं को घर घर जाकर काम काज का प्रचार और प्रसार करना पड़ता है. खासकर सरकार के एक साल के काम काज का और कोरोना संकट से निबटने में मोदी सरकार की उपलब्धियों की जानकारी होने का. इसलिए सही बात तक पहुंचाने के लिए ये संवाद का रास्ता जरूरी है. इसलिए एक शुरुआत रविशंकर प्रसाद और सुधांशु त्रिवेदी संवाद से हुई. फेसबुक और दूसरे माध्यमों से देश के कोने कोने से कार्यकर्ता जुडे़. गुरुवार को संबित पात्रा रेल मंत्री पीयूष गोयल का इंटरव्यू करते नजर आए. सूत्र बताते हैं कि शुक्रवार को स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन इस संवाद में शामिल होंगे. आला सूत्र बताते हैं कि संवाद का ये सिलसिला आने वाले दिनों में जारी रहेगा.
जाहिर है आलाकमान ये सुनिश्चित करने मे लगा है कि इस संकट की घड़ी में लिए मोदी सरकार के फैसलों का सही लेखा जोखा जनता के सामने पहुंचे इसलिए संगठन सत्ता से सवाल करे और ये अनूठा प्रयोग कार्यकर्ताओं को रास भी आ रहा है.
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First published: May 21, 2020, 9:56 PM IST