आयुष का छोटी उम्र में बड़ा काम, राष्ट्रीय बाल पुरस्कार राशि से सामग्री खरीद कोरोना योद्धाओं को दी दान – AYUSH big work at a young age donation of National Children Award money to corona warriors | bhopal – News in Hindi
आयुष ने फेस मास्क, सेनेटाइजर, हैंड ग्लब्स, ORS पैकेट, स्नैक्स, बिस्किट और पानी की बॉटल खरीदकर डीआईजी शहर इरशाद वली को पुलिस कंट्रोल रूम में दान कर दी.
भोपाल के आयुष किशोर (Ayush Kishore) ने छोटी उम्र में बड़ा काम किया है. उन्होंने राष्ट्रीय बाल पुरस्कार (National Children Award) के साथ मिली राशि से कोरोना योद्धाओं (Corona Warrior) के लिए सामग्री खरीदकर डोनेट की है.
भोपाल में रहने वाले आयुष किशोर की उम्र 16 साल की है. वह दिल्ली पब्लिक स्कूल की 12 कक्षा के छात्र हैं. उन्हें एकेडमी क्षेत्र में राष्ट्रीय बाल पुरस्कार मिला था. राष्ट्रपति ने बाल पुरस्कार के साथ 10 हजार रुपए की पुरस्कार राशि दी थी. आयुष ने इस राशि को खर्च नहीं किया था, लेकिन कोरोना आपदा के बीच उसने परिवार को बताया कि वे अब इस राशि को कोरोना योद्धाओं के लिए खर्च करना चाहते हैं क्योंकि वे जान जोखिम में डालकर ड्यूटी कर रहे हैं.
पुरस्कार राशि से कोरोना योद्धाओं के लिए खरीदा सामान
परिवार ने कभी भी नेक काम के लिए आयुष को मना नहीं किया. आयुष पहले भी जरूरतमंदों की मदद कर चुके हैं. वे अपनी पॉकेट मनी को भी जरूरतमंदों के लिए खर्च कर देते हैं. उसने पुरस्कार में आई 10,000 की राशि कोरोना वायरस से दिन रात लड़ रहे भोपाल पुलिस के कोरोना वारियर्स के लिए खर्च कर दी. उसने इस राशि से फेस मास्क, सेनेटाइजर, हैंड ग्लब्स, ORS पैकेट, स्नैक्स, बिस्किट और पानी की बॉटल खरीदकर डीआईजी शहर इरशाद वली को पुलिस कंट्रोल रूम में दान कर दी.AIG का बेटा है आयुष
आयुष सहायक पुलिस महानिरीक्षक (पुलिस मुख्यालय) विनीता मालवी के बेटे हैं. आयुष मलेशिया में आयोजित अंतरराष्ट्रीय मैथमेटिक्स, अर्थमैटिक प्रतियोगिता में ग्रैंड चैंपियन रह चुके हैं. गणित में लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में नेशनल रिकॉर्ड बनाने वाले आयुष को वर्ल्ड रिकॉर्ड यूनिवर्सिटी यूनाइटेड किंगडम ने मानद डायरेक्टर की उपाधि भी दी है. पुरस्कार में प्राप्त राशि को आयुष अक्सर सामाजिक कार्यो में ही खर्च करते है. पूर्व में आयुष ने 6 नम्बर स्थित आरुषि संस्थान में मेंटल बच्चों के लिए राशि डोनेट की थी. जेल में रिहाई के समय जुर्माना नहीं जमा कर पाने वाले कैदियों की मदद कर मानवीय फर्ज निभाया था.
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First published: May 21, 2020, 11:22 AM IST