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तबाही मचा सकता है सुपर साइक्लोन अम्फान, क्या आप भी ढूंढ रहे हैं इन सवालों के जवाब – Super Cyclone Amphen is very dangerous, here is the answer to your every question | nation – News in Hindi

तबाही मचा सकता है सुपर साइक्लोन 'अम्फान', क्या आप भी ढूंढ रहे हैं इन सवालों के जवाब

सुपर साइक्‍लोन का असर अभी से ओडिशा में दिखने लगा है.

महाचक्रवाती तूफान अम्फान (Super Cyclone Amphan) की तुलना 1999 में ओडिशा (Odisha) में आए सुपर चक्रवात से की जा रही है. इस चुक्रवात ने 10 हजार से अधिक लोगों की जान ले ली थी

नई दिल्ली. महाचक्रवाती तूफान अम्फान (Super Cyclone Amphan) के आज दोपहर तक पश्चिम बंगाल (West Bengal) पहुंचने की उम्मीद है. ओडिशा में आज सुबह से ही तेज हवाएं चलने लगी हैं. बताया जा रहा है कि आडिशा में तेज हो रही बारिश का असर अब अम्फान पर दिखाई देने लगा है. चक्रवाती तूफान अम्फान की रफ्तार अब पहले से काफी कम हो गई है. हालांकि अभी भी संकट कम नहीं हुआ है.

महाचक्रवाती तूफान अम्फान की तुलना 1999 में ओडिशा में आए सुपर चक्रवात से की जा रही है. इस चुक्रवात ने 10 हजार से अधिक लोगों की जान ले ली थी और लगभग 30 लाख से अधिक लोगों पर अपना असर डाला था. आइए जानते हैं कि आज भारत में दस्तक देने वाले महाचक्रवाती तूफान अम्फान की क्या है स्थिति और ये किस ​तरह डाल सकता है राज्यों पर असर?

चक्रवाती तूफान ‘अम्फान’ की वर्तमान स्थिति क्या है?
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ओर से बताया गया है कि बारिश की वजह से बेहद गंभीर’ चक्रवाती तूफान अब कमजोर पड़ गया है. ‘अम्फान’ का केंद्र पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर था, जो पारादीप (ओडिशा) से करीब 250 किलोमीटर दक्षिण, दीघा से 540 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम और बांग्लादेश के खेपुपारा से 700 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में है.1999 में बंगाल की खाड़ी में आया सुपर साइक्लोन कितना विनाशकारी था?

अम्फान चक्रवाती तूफान की तुलना 1999 में आए ओडिशा के सुपर चक्रवात से की जा रही है. इस विनाशकारी तूफान की चपेट में आने से करीब 10 हजार लोगों की मौत हुई थी. 1999 में आए सुपर साइक्लोन को अब तक का सबसे खतरनाक साइक्लोन कहा जाता है. इस चक्रवात की चपेट में आने से लगभग दो लाख जानवर मारे गए थे और 30 लाख से ज्यादा लोगों पर इसका असर पड़ा था. इसका असर इतना ज्यादा था कि काफी समय तक यहां पर खेती करने लायक जमीन ही नहीं बची थी. खारे पानी ने जमीन को पूरी तरह से खराब कर दिया था.

ओडिशा और पश्चिम बंगाल के लिए मौसम के पूर्वानुमान क्या हैं?
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, 20 मई (आज) को उत्तर तटीय ओडिशा के बालासोर, भद्रक, मयूरभंज, जाजपुर, केंद्रपाड़ा और क्योंझरगढ़ जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है. इसी तरह पश्चिम बंगाल के तटीय जिले पूर्व मेदिनीपुर, दक्षिण और उत्तर और 24 परगना में 19 मई से ही हल्की बारिश होने की संभावना जताई गई थी. आज पश्चिम बंगाल में तेज बारिश की संभावना जताई गई है.

किन-किन राज्यों में मौसम का मिजाज बदलने की संभावना है?

आईएमडी ने अनुमान लगाया है कि सिक्किम में 21 मई को भारी बारिश होने की संभावना है जबकि इसके आसपास के जिलों में हल्की बारिश होगी. चक्रवाती तूफान का असर कई अन्य राज्यों में भी देखने को मिल सकता है. 21 मई को असम और मेघायल में बारिश हो सकती है.

मछुआरों को इन दिनों समुद्र में जाने से बचना चाहिए?
चक्रवाती तूफान अम्फान की वजह से 20 मई तक मछुआरों को समुद्र से दूर रहने को कहा गया है. मछुआरों को आज बंगाल की उत्तरी खाड़ी और आस-पास के इलाकों से दूर रहने की सलाह दी गई है. बताया जाता है कि उत्तर ओडिशा, पश्चिम बंगाल और निकटवर्ती बांग्लादेश के तटों को 20 मई तक बंद कर दिया गया है. गजपति जिले के कुछ क्षेत्रों से भी भूस्खलन की आशंका के मद्देनजर लोगों को हटाया जा रहा है.

ओडिशा और पश्चिम बंगाल में कितना नुकसान होने की उम्मीद है?
चक्रवाती तूफान अम्फान की वजह से ओडिशा और पश्चिम बंगाल में भारी तबाही मच सकती है. चक्रवात दक्षिण 24 परगना, उत्तर 24 परगना, पूर्व व पश्चिम मेदिनीपुर में खासा प्रभाव डाल सकता है. सर्वाधिक नुकसान दक्षिण 24 परगना में हो सकता है. यहां के सभी कच्चे मकानों और भुस्खलन वाले इलाकों में बने सभी पक्के मकान को भारी नुकसान हो सकता है. बताया जा रहा है कि चक्रवाती तूफान की रफ्तार इतनी तेज होगी कि बिजली के खंभे तक उखड़ जाएंगे, जिससे बिजली और संचार सेवाएं पूरी तरह से बाधित हो सकती हैं. चक्रवात का सबसे ज्यादा असर किसानों पर पड़ेगा. खेती बर्बाद हो सकती है और जमे जमाए पेड़ तक उखड़ सकते हैं.

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