Covid19: पहली बार ICMR ने एक दिन में टेस्ट किये एक लाख सैंपल्स | For the first time one lakh samples have been tested in 24 hours by ICMR | nation – News in Hindi


प्रतीकात्मक तस्वीर
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने जांच की रणनतीति में बड़े बदलाव किए हैं. अब प्रवासी मजदूरों, हॉस्पिटल में भर्ती कोरोना के मरीज और फ्रंट लाइन में काम करने वालों के लिए जांच के लिए अलग नियम बनाए गए हैं.
साथ ही अस्पतालों में भर्ती किसी भी रोगी को और कोविड-19 की रोकथाम और नियंत्रण में लगे फ्रंट लाइन में कार करने वालों के लोगों में इन्फ्लुएंजा जैसी बीमारी (आईएलआई) के लक्षण दिखने पर उनकी भी आरटी-पीसीआर जांच होगी.
14वें दिन के बीच एक बार जांच की जा रही
इसके अलावा किसी संक्रमित मामले के सीधे संपर्क में और अत्यंत जोखिम में रहने वाले ऐसे लोग जिनमें लक्षण नहीं हैं, उनकी संपर्क में आने के पांचवें और दसवें दिन के बीच एक बार संक्रमण का पता लगाने के लिए जांच की जाएगी. अभी तक ऐसे मामलों में पांचवें और 14वें दिन के बीच एक बार जांच की जा रही है.आईसीएमआर ने देश में कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ने के मद्देनजर अपनी रणनीति में बदलाव किया है. नयी रणनीति का उद्देश्य संक्रमण को और प्रभावी तरीके से फैलने से रोकना है.
पहले क्या थे नियम?
अभी तक दिशानिर्देशों के अनुसार हॉटस्पॉट या नियंत्रण (कंटेनमेंट) क्षेत्रों में रह रहे आईएलआई के लक्षण वाले लोगों, एसएआरआई रोगियों और ऐसे स्वास्थ्य कर्मियों जिनमें लक्षण दिख रहे हों, की कोरोना वायरस संक्रमण के लिए जांच की जा रही है.
पिछले 14 दिन में अंतरराष्ट्रीय यात्रा करने वाले ऐसे लोगों जिनमें लक्षण नहीं हैं तथा संक्रमित लोगों के संपर्क में आ रहे लक्षण वाले लोगों की जांच की जा रही थी.
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First published: May 19, 2020, 11:09 AM IST