देश दुनिया

कपिल सिब्बल ने प्रवासी मजूदरों की स्थिति पर उठाए सवाल, कहा-कोर्ट कब मांगेगा जवाब – Kapil Sibal raised questions on the status of migrant deaths, when the court asked for answers | nation – News in Hindi

कपिल सिब्बल ने प्रवासी मजूदरों की स्थिति पर उठाए सवाल, कहा-कोर्ट कब मांगेगा जवाब

कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल, पीएम मोदी के राहत पैकेज पर भी उठा चुके हैं सवाल.

प्रवासियों कामगारों की स्थिति पर कांग्रेस (Congress) नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल (Kapil Sibal) ने भी सवाल पूछा है.

नई दिल्ली. कोरोना संक्रमण (Coronavirus) से बचने के लिए देशभर में लगाए गए लॉकडाउन (Lockdown) का सबसे बड़ा असर प्रवासी कामगारों (Migrant Workers) को हुआ है. ज्यादातर प्रवासी मजदूर दूसरे शहरों में फंसे हुए हैं और अपने राज्यों में जाने को बेताब दिखाई दे रहे हैं. सरकार की ओर से इन मजदूरों को उनके गृह राज्य भेजने की कोशिश की जा रही है लेकिन ज्यादातर मजदूरों को मौका नहीं मिल पा रहा है. यही कारण है कि काफी संख्या में मजूदर पैदल ही अपने घरों के लिए हजारों किलोमीटर का सफर तय करने निकल पड़े हैं. सड़क पर सफर के दौरान पिछले दो दिनों से जिस तरह के हादसे देखने को मिले हैं उसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. प्रवासियों कामगारों की स्थिति पर कांग्रेस  (Congress) नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल (Kapil Sibal) ने भी सवाल पूछा है.

कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि बीस लाख प्रवासी फंसे हैं और घर जाने को बेताब हैं. कोई और इंतजार नहीं कर सकता. उनके पास अब बचने के लिए पैसे भी नहीं बचे हैं. हर दिन वे मर रहे हैं. हादसे में कल 26 तो एक ट्रेन दुर्घटना में 16, घर पहुंचने से पहले बच्चे. कोर्ट कब जागेगी और जवाब मांगेगी!

इससे पहले भी कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल केंद्र सरकार की ओर से जारी किए गए आर्थिक पैकेज पर तंज कस चुके हैं. कपिल सिब्बल ने ट्वीट करते हुए कहा था, ‘प्रधानमंत्री कह रहे है कि उन्होंने 20 2020 का राहत पैकेज दिया है जबकि एक्सपर्ट कहते हैं कि सरकार के पास नकदी प्रवाह केवल 4 लाख करोड़ है. बाकी आरबीआई ने 8 लाख करोड़ का नकदी प्रवाह मार्केट में डाला है. सरकार के पास 5 लाख करोड़ का अतिरिक्त कर्ज है. एक लाख करोड़ गारंटी फीस है. वास्तविक वित्तीय पैकेज: 4 2020 है.’

इसे भी पढ़ें : –



Source link

Related Articles

Back to top button