छत्तीसगढ़

शहर का मुख्य नाला नाली में हो रहा तब्दील, सफाई के अभाव में गंदगी का डेरा

शहर का मुख्य नाला नाली में हो रहा तब्दील, सफाई के अभाव में गंदगी का डेरा

देवेन्द्र गोरले सबका संदेस न्यूज़ छत्तीसगढ़-

*डोंगरगढ*- धर्मनगरी डोंगरगढ का मुख्य नाला इन दिनों नाली में तब्दील होने लगा है जिसका प्रमुख कारण है लगातार नालो के किनारे होने वाला अतिक्रमण और नगर पालिका द्वारा सफाई का अभाव। खासतौर पर बुधवारी पारा पुल से अस्पताल के पीछे व टॉकीज के पीछे होते हुए खण्डूपारा पुल की हालत तो इतनी गम्भीर हो चुकी है कि यहाँ पर नालों के दोनों किनारों में बड़ी मात्रा में बड़ी-बड़ी

 

झंकाडियां, मटेरियल और गंदगी का ढेर है केवल बीच में ही थोड़ी सी जगह से शहर का पानी बहता है। खण्डूपारा पुल के पास बड़ी मात्रा में गंदगी जमा हो गई है जिससे बदबू इतनी कि आसपास रहने वाले लोगों का अपने ही घर पर रहना मुश्किल हो गया है आलम यह है कि बदबू के कारण कुछ लोग उल्टी दस्त के शिकार हो चुके हैं।
ज्ञात हो कि लगभग साल भर पूर्व गर्मी के दिनों में ही मजदूरों के द्वारा मुख्य नालों की झंकाडियों की सफाई करवाई गई थी और लगभग पांच वर्ष पूर्व जेसीबी मशीन व मजदूरों से सफाई करवाई गई थी लेकिन उसके बाद से आज तक मुख्य नालों की जेसीबी से सफाई नहीं कराई गई है जिसके चलते नाला दोनों ओर से पटता जा रहा है और गंदगी इतनी कि आसपास के लोगों के रहना मुश्किल हो रहा है। एक तरफ देश कोरोना जैसी महामारी से जूझ रहा है दूसरी तरफ शहर के नालो में गंदगी का ढेर दूसरी अन्य बीमारियों को जन्म दे रही है ऐसी स्थिति में धर्मनगरी के निवासियों का जीवन खतरे से भरा हुआ है जिसके जवाबदार नगर पालिका के अधिकारी व सम्बंधित विभाग के कर्मचारी ए डी चोखांद्रे है जिनकी नालो की सफाई को लेकर कोई इच्छा शक्ति दिखाई नहीं देती। इस सबंध में उनसे बात करने पर उन्होंने बताया कि कल से मजदूरों के माध्यम से नालों की सफाई चालू की जायेगी जिसमें नालों के किनारों की झंकाडियां ही काटी जायेगी लेकिन नालो में भरे मलमो की सफाई जेसीबी से ही सम्भव है जिसमें 25 से 30 लाख का खर्च आ सकता है। इस राशि के लिए प्रस्ताव बनाकर भेजने के सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी तक प्रस्ताव बनाकर नहीं भेजा गया है यानी लगभग पांच वर्षों से नालों की जेसीबी से सफाई के लिए ना तो मुख्य नगर पालिका अधिकारी को अवगत कराया गया और ना ही परिषद में इस बात को रखकर प्रस्ताव बनाया गया जिससे शासन इस समस्या का हल निकालने के लिए राशि स्वीकृत करती जब राशि ही नहीं होगी तो सफाई कैसे होगी। कहीं ना कहीं लोक कर्म विभाग के प्रभारी ए डी चोखांद्रे की सुस्त कार्यप्रणाली व इच्छा शक्ति की कमीं के कारण नालों में गंदगी का आलम है जिसका खामियाजा पूरे शहर को भुगतना पड़ सकता है।

*नेता प्रतिपक्ष ने कहा- इस सबंध में नेता प्रतिपक्ष अमित छाबड़ा ने कहा कि लगातार 1 महीने से बोला जा रहा है कि खंडूपारा नाला कई महीनों से साफ नही हुआ है बीमारी फैलने का डर है उसके बावजूद नगर पालिका द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया गया आखिर वही हुआ जिसका डर था लोगो को उल्टी और दस्त चालू हो गए। उन्होंने बताया कि नगर पालिका में सबंधित विभाग के प्रभारी से सम्पर्क करने पर पता चला कि नगर पालिका के पास ब्लीचिंग पाउडर भी नही है। अमित छाबड़ा ने कहा कि जब नगर पालिका के पास ब्लीचिंग पाऊडर जैसी आवश्यक चीज भी नहीं है तो मेरे खयाल से अब नगर पालिका को बन्द कर देना चाहिए।

 

 

विज्ञापन समाचार के लिए सपर्क करे-9425569117/7580804100

 

Related Articles

Back to top button