दिल्ली-NCR की धारावी न बन जाए खोड़ा इसलिए यूपी सरकार ने उठाए ये बड़े कदम – Khora ghaziabad district new hotspot covid19 Dharavi of Delhi NCR yogi adityanath government took big steps nodrss | delhi-ncr – News in Hindi
गाजियाबाद की खोड़ा कॉलोनी में कोरोना के 14 पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद से प्रशासन की नींद उड़ गई है.
खोड़ा कॉलोनी (Khora Colony) में ज्यादातर मजदूर वर्ग के ही लोग रहते हैं. घरेलू गैस सिलेंडर सप्लाई, ऑटो रिक्शा चलाने वाले, सब्जी बेचनेवाले और रेहड़ी-पटरी वाले लोगों की संख्या ज्यादा है. ये लोग दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) के कई स्थानों पर जा कर काम करते हैं.
खोड़ा कॉलोनी को सील किया गया
गाजियाबाद के एसएसपी कलानिधि नैथानी ने न्यूज 18 हिंदी के साथ बातचीत में कहा है कि खोड़ा कॉलोनी पर अब पुलिस का पहरा सख्त हो गया है. इस पूरी कॉलोनी पर नजर रखने और लॉकडाउन का पालन कराने के लिए पुलिस ने 2 जोन बनाए हैं, जिसमें 5 सेक्टर होंगे. दोनों जोन में इंस्पेक्टर नजर रखेंगे. जिस जगह पर संक्रमण के मामले मिले हैं, वहां पर हॉटस्पॉट जोन बनाए हैं. हॉटस्पॉट जोन में पुलिस की पूरी निगरानी है.’
पुलिस ने खोड़ा कॉलोनी आने-जाने वाले हर रास्ते बंद कर दिए हैं.
गौरतलब है कि खोड़ा कॉलोनी में ज्यादातर मजदूर क्लास के लोग रहते हैं, जो दिल्ली-एनसीआर के कई स्थानों पर काम करते हैं. खासकर नोएडा, गाजियाबाद और पूर्वी दिल्ली के इलाकों में घरों की आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई करने में इन लोगों का बड़ा योगदान होता है. गैस सिलेंडर, ऑटो रिक्शा, सब्जी बेचने और रेहड़ी पटरी वालों की खोड़ा कॉलोनी में भरमार है. यहां के मजदूर गाजियाबाद और नोएडा के उद्योग धंधों में काम करते हैं. ऐसे में अगर यहां पर कोरोना का प्रकोप बढ़ता है, तो नोएडा सहित गाजियाबाद और पूर्वी दिल्ली के कई इलाकों में कोरोना का तांडव देखने को मिल सकता है.
खोड़ा में कितने लोग रहते हैं
खोड़ा निवासी और अखिल भारतीय राष्ट्रीय भवन निर्माण निगम मजदूर संघ के महासचिव बलराम सिंह न्यूज 18 हिंदी के साथ बातचीत में कहते हैं, ‘देखिए सोमवार से प्रशासन ने यहां पर सख्ती दिखानी शुरू की है. इससे पहले यहां पर लॉकडाउन का भी कोई असर नहीं था. यहां प्रवासी मजदूरों की घनी आबादी रहती है. खोड़ा में चार पुलिस चौकी है. सोमवार से सभी पुलिस चौकियों को निर्देश दिया गया है कि वह अपने-अपने क्षेत्रों में लॉकडाउन के सख्ती से पालन कराएं. एतवार बाजार का जो हाइवे वाला रास्ता है वह फिलहाल खुला हुआ है. यह रास्ता जरूरी सेवाओं के लिए खोला गया है. बीते कुछ दिनों से प्रवासी मजदूरों को खाने-पीने की दिक्कत हो रही थी, लेकिन अब चारों थाना ने इसमें सक्रियता दिखाई है. खोड़ा की आबादी 12 लाख है. इस लिहाज से देखें तो यहां पर बहुत ही सावधानी बरतनी होगी. एक-एक कमरे में यहां पर 5-5 मजदूर रहते हैं. इससे अगर किसी एक को भी कोरोना होता है तो संक्रमण का खतरा दूसरे में ज्यादा हो जाएगा.’
यूपी का खोड़ा मुंबई की धारावी न बन जाए – इसके लिए यूपी सरकार ने भी विशेष ध्यान देना शुरू कर दिया है.
धारावी बनने से रोकने के लिए उठाए गए कई कदम
यूपी का खोड़ा मुंबई की धारावी न बन जाए – इसके लिए यूपी सरकार ने भी विशेष ध्यान देना शुरू कर दिया है. गाजियाबाद जिला प्रशासन और और स्वास्थ्य विभाग ने मिल कर एक प्लान तैयार किया है. जिले के डीएम और एसएसपी खुद इस मामले को देख रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि खोड़ा पहले टीबी मरीजों के लिए सबसे सेंसटिव माना जाता था, अब यह कोरोना संक्रमण में चुनौती बन गया है. खोड़ा में एक मौत के साथ अब तक 14 मरीज मिल चुके हैं.
गाजियाबाद प्रशासन का कहना है कि अगर जल्दी कंट्रोल नहीं किया जा सका तो निश्चित रूप से खोड़ा महाराष्ट्र का धारावी और गुजरात का अहमदाबाद बन सकता है. गौतमबुद्ध नगर और दिल्ली की सीमा से लगे खोड़ा में बेकाबू होते कोरोना पर किस तरह से काबू पाया जाए, इसके लिए प्रशासन ने काम करना शुरू कर दिया है. खोड़ा की घनी आबादी को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग को कम्युनिटी स्प्रैड की भी आशंका सता रही है.
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First published: May 11, 2020, 7:13 PM IST