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कोरोना वायरस: महाराष्ट्र नहीं इन 2 राज्यों ने सरकार की बढ़ाई मुश्किलें, यहां मौत की दर सबसे ज्यादा-govt worried about Gujarat and Bengal with countrys highest coronavirus case mortality | nation – News in Hindi

कोरोना वायरस: महाराष्ट्र नहीं इन 2 राज्यों ने सरकार की बढ़ाई मुश्किलें, यहां मौत की दर सबसे ज्यादा

गुजरात और बंगाल में तेजी से बढ़ रहे हैं मामले

कोरोना वायरस (Coronavirus) से अब तक 2000 लोगों की जान जा चुकी है. पिछले 24 घंटों की बात करें तो भारत में 113 लोगों की मौत कोरोना वायरस की वजह से हुई है.

नई दिल्ली.  कोरोना वायरस (Coronavirus) के सबसे ज्यादा मरीज फिलहाल महाराष्ट्र में है. यहां ये आंकड़ा 20 हजार को पार कर गया है. जबकि मौत की संख्या भी 779 तक पहुंच गई है. लेकिन केंद्र सरकार की फिलहाल जिन दो राज्यों ने सबसे ज्यादा चिंता बढ़ा दी है वो हैं गुजरात और पश्चिम बंगाल. इन दोनों राज्यों में मौत की दर सबसे ज्यादा है. बंगाल में 9.75 फीसदी मरीजों की मौत हो रही है. जबकि गुजरात में ये आंकड़ा 5.97 फीसदी है. इसके अलावा महराष्ट्र में ये दर 3.86 फीसदी है. केंद्र ने शनिवार को अहमदाबाद में डॉक्टरों की टीम भी भेजी थी. जबकि बंगाल की ममता सरकार पर आरोप लग रहे हैं कि वो कोरोना को लेकर ज्यादा गंभीर नहीं है.

गुजरात में इस तरह बढ़े मामले
गुजरात में कोरोना का सबसे पहला मामला 19 मार्च को आया था. 32 साल का ये शख्स राजकोट का रहने वाला था और उमराह करके सऊदी अरब से लौटा था. वो ठीक होकर जल्दी वापस चला गया. इसके बाद राज्य का दूसरा केस अहमदाबाद से आया. ये मरीज 14 मार्च को न्यूयॉर्क से लौटा था. 32 दिनों के इलाज के बाद इन्हें हॉस्पिटल से छुट्टी मिली. इसके बाद गुजरात में तेजी से मामले बढ़ने लगे. 17 दिनों के बाद मरीजों की संख्या 100 पार कर गई. सिर्फ 9 अप्रैल को 90 नए केस सामने आए. जिसमें से 57 मरीज अहमदाबाद से थे.

क्या है कोरोना टेस्ट का हालइंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक गुजरात के अधिकारी मानते हैं कि वहां शुरुआत में काफी कम संख्या में टेस्ट हो रहे थे. ज्यादातर सैंपल पुणे और महाराष्ट्र भेजे जा रहे थे. मार्च के मध्य तक यहां औसतन एक दिन में सिर्फ 15 टेस्ट हो रहे थे जो महीने के आखिर तक 200 तक पहुंचा. अप्रैल के आखिर तक यहां हर 10 लाख लोगों पर 721 टेस्ट हो रहे थे. अब गुजरात के 24 लैब में हर दिन लगभग 5500 सैंपल के टेस्ट हो रहे हैं. इससे में सिर्फ 21 फीसदी टेस्ट अहमदाबाद में हो रहे हैं. जबकि गुजरात के 70 फीसदी केस यही से है. राज्य में 425 मौत में से 321 लोगों की मौत अहमदाबाद में ही हुई है.

बंगाल में इस तरह बढ़े मामले
बंगाल में हालात बेहद खराब हैं. यहां मौत की दर सबसे ज्यादा है. यहां पहला मामला 18 मार्च को आया था. लंदन से लौटे एक सरकारी अधिकारी के बेटे को कोलकाता में आराम से दो दिनों तक घुमने की छूट दी गई. बाद में उसे हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया. 7 दिनों बाद राज्य के दमदम इलाके से पहली मौत की खबर आई. आरोप ये भी लगा कि ममता सरकार सही-सही आंकड़े लोगों नहीं बता रही है. अब बंगाल में लगातार कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं.

क्या है बंगाल में टेस्ट का हाल?
शुरुआत में बंगाल में हर दिन सिर्फ 400-500 टेस्ट हो रहे थे. अब ये संख्या बढ़कर 2500 तक पहुंची है. राज्य सरकार ने आरोप लगाया था कि किट न मिलने के चलते वो ज्यादा टेस्ट नहीं कर पा रहे थे. केंद्र इन आरोप को गलत बताया था. इसके अलावा बंगाल में केंद्र की टीम भी भेजी गई. कहा गया कि बंगाल में एक खास वर्ग के लोग लॉडकाउन का सही तरीके से पालन नहीं कर रहे हैं.

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First published: May 10, 2020, 8:19 AM IST



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