CNN News18 Exclusive: चीन के सबसे बड़े आलोचक आई वेईवेई ने किया उसके मंसूबों का खुलासा । Ai Weiwei China s most famous dissident joins CNN News18 Zakka Jacob on what is it that China wants | china – News in Hindi


चीन के सबसे बड़े आलोचक आई वेईवेई ने की चीन पर CNN News18 से बात की
आई वेईवेई (Ai Weiwei) एक समकालीन चीनी कलाकार और कार्यकर्ता (Chinese artist and activist) हैं. एक एक्टिविस्ट के तौर पर वे हमेशा से लोकतंत्र और मानवाधिकारों (Democracy and Human Rights) को लेकर चीनी सरकार के नजरिए के खुलकर आलोचक रहे हैं.
यह बातचीत एक ऐसे समय में हुई जब विदेश मंत्री ने एस जयशंकर ने एक अंतरराष्ट्रीय बैठक में बिना नाम लिये चीन को अंतरराष्ट्रीय सीमाओं का सम्मान करने की सुझाव दिया. वहीं एक अमेरिकी रिपोर्ट में सामने आया कि चीन ने एलएसी पर आक्रामकता दिखाने की शुरुआत की थी ताकि वह भारत और अमेरिका के सामने कमजोर न दिखे.
चीन पर अपनी बात रखते हुए वेईवेई ने कहा कि भारत और चीन में काफी समानताएं हैं और सांस्कृतिक तौर पर दोनों बहुत जुड़े हुए हैं लेकिन ये दोनों एक दूसरे के सामने आ गए हैं. वेईवेई ने यह भी कहा कि उनके लिए चीन में रहना सुरक्षित नहीं रह गया था. उन्होंने यह भी कहा कि अगर कोई भी चीन के खिलाफ सार्वजनिक तौर पर आवाज उठाता है तो उसे गायब कर दिया जाता है.
उन्होंने कहा कि चीन की हालत चीन के तथाकथित सपने के चलते बहुत खराब है. सस्ते सामान के उत्पादन के लिए उन्हें कच्चे माल की जरूरत है जो उन्हें यूरोप और अमेरिका से नहीं मिल सकता है, इसलिए वह अपने पड़ोसियों से इसकी तलाश में आक्रामकता दिखा रहा है.कौन हैं आई वेईवेई?
आई वेईवेई (Ai Weiwei) एक समकालीन चीनी कलाकार और कार्यकर्ता (Chinese artist and activist) हैं. एक एक्टिविस्ट के तौर पर वे हमेशा से लोकतंत्र और मानवाधिकारों (Democracy and Human Rights) को लेकर चीनी सरकार के नजरिए के खुलकर आलोचक रहे हैं. चीनी सरकार के भ्रष्टाचार (Corruption) से जुड़े कई मामलों की उन्होंने जांच की थी. जिसके बाद चीनी सरकार ने उन्हें लंबे समय तक बिना किसी मुकदमे के हिरासत में रखा था, उनका पासपोर्ट भी जब्त कर लिया गया था. जब उन्हें विदेश यात्रा की छूट मिली तो चीनी सरकार के शोषण से बचने को विदेश जाकर रहने लगे. लेकिन अब भी चीन की गलत नीतियों पर आवाज उठाने से वे चूकते नहीं हैं.
चीन में लोकतांत्रिक प्रक्रिया के लिए आवाज उठाने पर वेईवेई का हुआ शोषण
2011 में आई वेईवेई को बीजिंग कैपिटल इंटरनेशनल एयरपोर्ट से आर्थिक अपराधों (कर चोरी के आरोप) का हवाला देकर गिरफ्तार कर लिया गया था. लेकिन असलियत यह थी कि उन्हें सरकार के खिलाफ बोलने के लिए गिरफ्तार किया गया था. लेकिन फिर बिना किसी अपराध की धारा लगाए उन्हें 81 दिनों तक हिरासत में रखा गया था. बाद में उन्हें बिना किसी आरोप के रिहा कर दिया गया.
इसके बाद आई वेईवेई चीनी सांस्कृतिक विकास को शुरू करने वाले, चीनी आधुनिकतावाद के निर्माता और चीन के सबसे मुखर राजनीतिक टिप्पणीकारों में से एक बनकर उभरे. लेकिन उनका पासपोर्ट चीन ने जब्त कर रखा था. चीनी अधिकारियों ने वेईवेई को 22 जुलाई, 2015 को उनका पासपोर्ट वापस कर दिया था.
फिलहाल ब्रिटेन में परिवार के साथ रह रहे हैं वेईवेई
2015 में जब उन्हें चीन से बाहर जाने की अनुमति दे दी गई, तबसे वे जर्मनी की राजधानी बर्लिन में रह रहे थे. 2019 से वे ब्रिटेन (Britain) के कैंब्रिज में अपने परिवार के साथ रहते हैं और पूरी दुनिया में यात्रा करते हुए काम करते हैं.
यह भी पढ़ें: लद्दाख पहुंचे आर्मी चीफ एमएम नरवणे, घायल जवानों से अस्पताल में की मुलाकात
बता दें कि चीन लगातार भारत के साथ अपनी सीमा LAC पर आक्रामकता दिखा रहा है. करीब दो महीने से दोनों सेनाओं के बीच चल रही इस तनातनी के बीच 15 जून की रात को दोनों सेनाओं के बीच चीन के भारतीय इलाके में टेंट लगाने के विरोध में एक हिंसक झड़प हो गई थी. इस झड़प में भारत के 1 कर्नल सहित 20 सैनिक शहीद हो गये थे. इस झड़प में चीन के भी कई सैनिक मारे गये थे. इसी मुद्दे के संदर्भ में आई वेईवेई से सीएनएन न्यूज18 के जक्का जैकब रात 9 बजे उनसे बात करेंगे.
First published: June 23, 2020, 9:04 PM IST