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Jammu kashmir Handwara Encounter Colonel Ashutosh Sharma family member reaction | हंदवाड़ा एनकाउंटर: कर्नल आशुतोष शर्मा का भतीजा भी करना चाहता है आर्मी ज्वाइन, पत्नी ने कहा… | nation – News in Hindi

हंदवाड़ा एनकाउंटर: कर्नल आशुतोष शर्मा का भतीजा भी करना चाहता है आर्मी ज्वाइन, पत्नी ने कहा...

आशुतोष के भाई ने कहा, बहुत गर्व की बात है कि हमारा भाई देश के काम आया.

कर्नल आशुतोष शर्मा के भाई ने कहा, ‘मेरा बेटा भी आर्मी ज्वाइन करना चाहता है. मेरा बेटा उनसे बहुत प्रेरित है. वह जब भी भाई से मिलता था उनसे सीखने की कोशिश करता था.’

नई दिल्ली. जम्मू कश्मीर (Jammu kashmir) के हंदवाड़ा (Handwara) में भारतीय सेना और आतंकवादियों के बीच हुई मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा का कमांडर हैदर मारा गया. हैदर के साथ ही सेना ने एक और आतंकी को मार गिराया. इस ऑपरेशन में भारतीय सेना के 2 बड़े अधिकारी समेत 5 जवान शहीद हो गए. शहीदों में 1 कर्नल, 1 मेजर, 2 सेना के जवान और 2 जम्मू-कश्मीर पुलिस के सब-इंस्पेक्टर शामिल हैं. आतंकियों के साथ हंदवाड़ा में हुई इस मुठभेड़ का मोर्चा संभालते हुए कर्नल आशुतोष शर्मा भी शहीद हुए. आशुतोष शर्मा के शहीद होने की खबर उनके परिवार तक पहुंचने के बाद वहां मातम का माहौल है. आशुतोष के परिवार के सभी सदस्यों को इस बात का गर्व है कि वो देश की सेवा करते हुए शहीद हुए.

भतीजा भी ज्वाइन करना चाहता है आर्मी
कर्नल आशुतोष के भाई ने कहा, बहुत गर्व की बात है कि हमारा भाई देश के काम आया. न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत करते हुए कर्नल के भाई ने कहा, ‘मेरा बेटा भी आर्मी ज्वाइन करना चाहता है. मेरा बेटा उनसे बहुत प्रेरित है. वह जब भी भाई से मिलता था उनसे सीखने की कोशिश करता था.’

सबको समझनी होगी जिम्मेदारी
वहीं, कर्नल आशुतोष की पत्नी पल्लवी शर्मा ने कहा, इस मुश्किल वक्त में खुद को समझाना मुश्किल है. लेकिन देश की सेवा में शहीद होना गर्व की बात है. न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत के दौरान पल्लवी शर्मा ने कहा, ‘ऐसा नहीं है कि सेना में शामिल होकर ही देश की सेवा की जा सकती है. हर किसी को एक अच्छा मानव और जिम्मेदार नागरिक होना चाहिए. हर किसी को अपना काम पूरी जिम्मेदारी के साथ करना चाहिए.

दो बार वीरता पदक से सम्मानित हो चुके थे कर्नल आशुतोष

कर्नल शर्मा दो बार वीरता मेडल्स से सम्मानित हो चुके थे. कर्नल आशुतोष शर्मा 21 राष्‍ट्रीय राइफल्‍स के कमांडिंग ऑफिसर थे. आशुतोष शर्मा को काउंटर-टेररिज्‍म ऑपरेशंस का स्पेशलिस्ट कहा जाता था. वह लंबे समय से कश्मीर घाटी में तैनात थे. गार्ड्स रेजिमेंट से आने वाले आशुतोष शर्मा को बतौर कमांडिंग ऑफिसर सेना मेडल से भी सम्मानित किया गया था.

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First published: May 3, 2020, 8:26 PM IST



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