Uncategorized

सामान्य सभा में अपने ही पार्टी की सत्ता पर बिफरी पार्षद,

बागी तेवर से हैरत में पड़ा सत्ता पक्ष

भिलाईतीन चरोदा निगम के सामान्य सभा में दिखा दिलचस्प नजारा

भिलाई। भिलाई-चरोदा नगर निगम की आज हुई सामान्य सभा में दिलचश्प नजारा देखने को मिला। राजनीतिक परिपाटी के खिलाफ जाकर भाजपा की एक महिला पार्षद ने पदुमनगर कालोनी को निगम में समाहित किए जाने की प्रक्रिया में लेटलतीफी को लेकर अपनों पर ही जमकर निशाना साधा। पार्षद ने यहां तक कह डाला कि पूर्व में अपनी सरकार, विधायक और महापौर के साथ ही स्वयं का ताल्लुक भाजपा से होना दुर्भाग्यजनक रहा। सामान्य सभा में अपने ही पार्षद के बागी तेवर देख महापौर सहित समूचा सत्ता पक्ष हैरत में पड़ गया।

आज भिलाई-चरोदा निगम की सामान्य सभा में प्रश्नकाल के दौरान कोई विशेष हंगामा तो हुआ नहीं लेकिन पदुमनगर वार्ड 18 की भाजपा पार्षद श्रीमती इंदुबाला साहू ने ऐसी बात कह डाली जिससे सत्ता पक्ष में मानो आग सी लग गई। पार्षद इंदुबाला ने पदुमनगर कालोनी को निगम में समाहित करने की प्रक्रिया में हो रही लेटलतीफी के चलते सडक़, नाली बिजली व सफाई जैसी मूलभूत सुविधाओं के लिए जनता को हो रही दिक्कत का मामला प्रश्नकाल में उठाया। लोक निर्माण प्रभारी किशोर साहू ने पदुमनगर कालोनी को निगम में समाहित किए जाने की दिशा में चल रही प्रक्रिया की जानकारी सदन को दी। लेकिन इंदु बाला साहू ने नाराजगी जताते हुए भावनात्मक लहजे में कहा कि निगम बने दो साल हो गए और यह दुर्भाग्य है कि अब तक सिर्फ कागजी कार्यवाही चल रही है। उन्होंने पदुमनगर कालोनी को निगम में समाहित करने में अब तक मिली असफलता को जोड़ते हए कहा कि पूर्व में भाजपा की सरकार के साथ ही विधायक व महापौर भी अपने रहे और एक भाजपा पार्षद की मांग पूरी नहीं हो पाना दुर्भाग्यजनक है। पार्षद इन्दुबाला साहू के बागी तेवर को देखते हुए जहां कांग्रेसी पार्षद खुशी होते रहे वही सत्ता पक्ष भाजपा से जुड़े एमआईसी सदस्यों के द्वारा भरे सदन में अपनी ही पूर्व सरकार व जनप्रतिनिधियों को कोसने पर नाराजगी जताई गई।

इससे पहले सभापति विजय जैन के निर्देश पर सामान्य सभा की कार्यवाही शुरू हुई। शुरुवात में विधायक प्रतिनिधि कृष्णा चंद्राकर का स्वागत किया गया। नये आयुक्त केडी चंद्राकर का भी सदन ने ताली बजाकर स्वागत किया। प्रश्नकाल शुरू होते ही नेता प्रतिपक्ष संतोष तिवारी ने पूर्व समान्य सभा में एमआईसी के संवैधानिकता पर लगाए गए प्रश्नचिन्ह के निराकरण हेतु शासन से मार्गदर्शन के लिए लिखे गए पत्र के जवाब की जानकारी मांगी। कार्यपालन अभियंता एमपी गोस्वामी ने इस मामले में कोई जवाब शासन से नहीं आने की बात कहते हुए पुन: पत्राचार करने का जवाब दिया। निर्दलीय पार्षद राम सूर्यवंशी ने अब तक निकाय क्षेत्र में शौचालय निर्माण की प्रगति का ब्यौरा मांगा। एमआईसी प्रभारी किशोर साहू ने जवाब दिया। लेकिन सूर्यवंशी ने प्रति प्रश्न किया तो महापौर को जवाब देने सामने आना पड़ा। लेकिन बाद में लिखित जवाब देने महापौर के कथन का कांग्रेस पार्षद राजेश दांडेकर ने यह कहते हुए विरोध जताया कि प्रश्नकाल में लगे सवाल को जवाब सदन में ही दिए जाने का प्रावधान है। इसके बाद महापौर ने अधिकारियों को तत्काल जवाब प्रस्तुत करने का निर्देश दिया। इस बीच उभरी तनातनी को देख सभापति विजय जैन को कहना पड़ा कि सत्ता पक्ष शो पीस बनकर न रहे। प्रशासन पर कसावट लाने की जवाबदारी सत्ता पक्ष की होती है और शौचालय या फिर आवास योजना के हितग्राहियों को भुगतान में विलंब हो रहा है तो यह सत्ता पक्ष की कमजोरी है।

अध्यक्ष की आसंदी पर आसीन हुई संतोषी

आज के सामान्य सभा में ऐसा भी पल आया जब सभापति की आसंदी पर चार बार से लगातार पार्षद चुनी जा रही संतोषी निषाद को आसीन होने का मौका मिला। सभापति विजय जैन किसी कार्यवश पांच मिनट के लिए सदन से बाहर चले गए। उनके आदेश पर अकलोरडीह वार्ड की वरिष्ठ कांग्रेसी पार्षद संतोषी निषाद को आसंदी में सम्मान बिठाया गया। पक्ष और विपक्ष के पार्षदों ने इसका ताली बजाकर स्वागत किया।

Related Articles

Back to top button