मैत्रीबाग में फ्लावर शो का हुआ आयोज, देखने उमड़ी भारी भीड़

मैत्रीबाग में रंग बिरंगे फूलों ने मोहा सबका मन
32 इंच का लंबा और बड़ा गोल लौकी, डायना शोर व हाथी रहा आकर्षण का केन्द्र
भिलाई। भिलाई इस्पात संयंत्र के उद्यान विभाग द्वारा रविवार 3 फरवरी को फ्लावर शो का आयोजन किया गया। इस शो को देखने लगभग 80 हजार से लेकर 1 लाख तक लोगों ने देखा। इसके कारण आज इस जूं में आनेवाले आगंतुको के कारण जू प्रबंधन का भारी राजस्व बढा। समाचार लिखे जाने तक बीएसपी के उद्यान विभाग द्वारा अभी हिसाब किया जा रहा था। इस फ्लावर शो का शुभारंभ भिलाई इस्पात संयंत्र के सीईओ ए के रथ ने किया। श्री रथ ने इस दौरान यहां प्रतियोगिता के लिए रखे बड़े और आकर्षण वाले फूलों, सब्जियों, रंगोली सहित प्रतियोगिता में समाहित सभी चीजों का अवलोकन किया। उसके पश्चात शाम पंाच बजे से रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम के आयोजन के बीच में इस फ्लावर शो के प्रतियोगियों के प्रथम एवं द्वितीय विजेताओं एवं अन्य प्रतिभागियों को सांत्वना पुरस्कार तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुति करने वाल बच्चों को पुरस्कार प्रदारन किया।
मैत्री बाग में आज फ्लावर शो के कारण यहां कोने-कोने में फूलों की महक फैली रही। सालाना फ्लावर शो का नजारा लेने यहां दूर-दूर से पर्यटक पहुंचे। रंग बिरंगे फूलों ने इन पर्यटकों क मन मोह लिया। रंगोली के साथ ही दाल और चांवल से उकेरी गई छत्तीसगढ़ी संस्कृति को प्रतिबिंबत करती कलाकृतियों ने भी पर्यटकों के बीच जमकर आाकर्षण बिखेरा। विभिन्न प्रजाति के बोनसाई और कैक्टस की प्रदर्शनी भी आकर्षण का केन्द्र बनी रही।
भिलाई-दुर्ग की शान माने जाने वाले मैत्रीबाग में आज फ्लावर शो का नजारा लेने पर्यटकों और पुष्प प्रेमियों की जबरदस्त भीड़ उमड़ी। स्थानीय लोगों के अलावा छत्तीसगढ़ के कोने-कोने से पर्यटक फ्लावर शो का नजारा लेने पहुंचे। पर्यटकों के लिए सौ से भी ज्यादा किस्म के फूलों को नजदीक से देखना अविस्मरणीय रहा।
रंग बिरंगे फूलो की महक मैत्रीबाग के कोने-कोने में फैल रही।
फ्लावर शो में बीएसपी में कार्यरत कर्मचारियों के लिए आवासीय बागवानी और बीएसपी शालेय बागवानी के साथ ही गमलों में लगे कैक्टस, बोनसाई, क्रेटन, फोलियेज एवं मौसमी पौधों सेवंती, डहेलिया, गुलाब आदि के फूल रखे हए थे। बीएसपी कर्मचारियों के घर के गीचे में उत्पादित विशेष किस्म के फल, फूल व सब्जियों ने भी पर्यटकों का मन मोह लिया।
पूर्व वर्षों की तरह इस बार भी रंगोली कलाकारों ने समसामयिक विषयों के साथ ही छत्तीसगढ़ी परंपरा व संस्कृति को प्रतिबंबित करती कलाकृतियां बनाई। पिछले कई सालों से रंगोली कला में खासा मुकाम और नाम कमा चुके कलाकार विकास की मौत कुछ माह पूर्व गंभीर बीमारी से हो गई थी। विकास की कमी को दूर करते हुए उसका छोटा भाई आरके भीमशंकर ने अपनी टीम के साथ इस बार फ्लावर शो के लिए मैत्रीबाग में रंगोली से नयनाभिराम आकृतियां बखूबी उकेरी। उनके द्वारा कई दिनों की मेहनत से भिलाई इश्पात संयंत्र के सीईओ एके रथ, देवी दुर्गा की थ्रीडी रंगोली, फिल्म स्टार रजनीकांत व रणवीर कपूर, सफेद बाघ के बच्चे, माचिस की जलती तिली, महिला का चेहरा, पश्चिमी नास्ते की थाली, चील और थ्री आंख की बनाई गई रंगोली सुबह सेही आकर्षण का केन्द्र बनी रही। इसके अलावा दाल और चांवल से बनी किसान की कलाकृति को भी खूब सराहना मिली। दाल से पगड़ी और चांवल से कुर्ता पहने किसान की कलाकृति का नयापन पर्यटकों को खासा प्रभावित करने में सफल रहा।
करीब से देखी जानवरों की अटखेलियां
फ्लावर शो के लिहाज से मैत्रीबाग पहुंचे अनेक पर्यटकों ने चिडिय़ा घर में जाकर करीब से जानवरों की अटखेलियों का भी नजारा लिया। शेर, भालू, जैसे जंगली जानवरों के साथ ही हिरण, सांभर और अलग-अलग प्रजाति के बंद व पक्षियों को देखना बच्चों के साथ ही अनेक बड़ों के लिए भी अविस्मरणीय पल रहा। फ्लावर शो के लिए चिडिय़ा घर के जानवरों के सभी केज की रंग रोगन और साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया गया। आजपहुंचे पर्यटकों में सफेद शेर और उसके कुनबे को देखने के प्रति खासा उत्साह नजर आया। छोटे बच्चे बंदरों की अटखेलियां देख ताली बजाते रहे।