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कोरोना मरीजों के इलाज के लिए देश में बने 1,919 अस्‍पताल, मई तक 10 लाख जांच किट होंगी तैयार | 1919 covid 19 hospitals made in india 10 lakh test kits also will made by may covid 19 coronavirus | nation – News in Hindi

कोरोना मरीजों के इलाज के लिए देश में बने 1,919 अस्‍पताल, मई तक 10 लाख जांच किट होंगी तैयार

कोरोना वायरस की जांच में तेजी.

देश में कोरोना वायरस संक्रमण (Coronavirus) के मामले बढ़कर शुक्रवार को 13,387 हो गए हैं. साथ ही अब तक 437 लोगों की मौत हो चुकी है.

नई दिल्‍ली. देश में कोरोना वायरस संक्रमण (Coronavirus) के मामले बढ़कर शुक्रवार को 13,387 हो गए हैं. साथ ही अब तक देश में कोरोना वायरस संक्रमण (covid 19) के कारण 437 लोगों की मौत हो चुकी है. यह जानकारी शुक्रवार को स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय ने दी. मंत्रालय के अनुसार देश में कोरोना वायरस संक्रमित लोगों (Covid 19 positive) के इलाज के लिए अब तक 1,919 अस्‍पताल बनाए जा चुके हैं. इसके साथ ही देश में अब तक 3.19 लाख लोगों की जांच की जा चुकी है.

अस्‍पतालों में में 1.73 लाख आइसोलेशन बेड
स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय के संयुक्‍त सचिव लव अग्रवाल ने जानकारी दी कि देश में कोरोना के 1,919 अस्‍पतालों में में 1.73 लाख आइसोलेशन बेड और 21,800 आईसीयू बेड उपलब्‍ध हैं. साथ ही देश में मई में 10 लाख स्‍वदेशी जांच किट बनाने का लक्ष्‍य है. देश में हर महीने 6000 वेंटिलेटर बनाने की योजना भी है. स्‍वास्‍थ्य मंत्रालय के अनुसार हमारा ध्‍यान इस वक्‍त वैक्‍सीन निर्माण को गति देने पर है. भारत की स्थिति दूसरे देशों के मुकाबले बेहतर है.

 

मामलों की बढ़ोतरी में 40 फीसदी की कमी
लव अग्रवाल ने बताया देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों की बढ़ोतरी में 40 फीसदी की कमी आई है. देश में 15 मार्च से 31 मार्च तक कोरोना संक्रमण में औसत बढ़ोतरी 2.1 थी. जबकि 1 अप्रैल के बाद से यह 1.2 है. स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय ने कहा हमारी कोशिश तेजी से काम करने की है. हम कोरोना मरीजों का इलाज प्‍लाज्‍मा तकनीक से भी करने पर काम कर रहे हैं.

13.6 फीसदी कोरोना मरीज संक्रमण से ठीक हुए
मंत्रालय के मुताबिक देश में अब तक 13.6 फीसदी कोरोना मरीज संक्रमण से ठीक हो चुके हैं. इनकी संख्‍या 1079 है. देश में अब औसतन 6.2 दिन में कोरोना के मामले दोगुने हो रहे हैं. लॉकडाउन से पहले ये औसम 3 दिन था. देश में ठीक हुए मरीजों और मौतों का अनुपात 80:20 है. यह अन्‍य देशों की तुलना में काफी अधिक है.

बीसीजी वैक्‍सीन पर शोध करेंगे
वहीं आईसीएमआर के डॉ. गंगाखेड़कर ने बताया कि भारत में कोरोना वायरस को करीब 3 महीने हो चुके हैं. उत्‍परिवर्तन (म्‍यूटेशन) इतनी जल्‍दी नहीं होता है. अगर वायरस में म्‍यूटेशन हो जाता है तो जो भी वैक्‍सीन बनाई जा रही हैं वो भविष्‍य में काम आएंगी.

 

बीसीजी वैक्‍सीन इस्‍तेमाल करने के सवाल पर उन्‍होंने कहा कि आईसीएमआर शनिवार से अध्‍ययन शुरू करेगा. लेकिन नतीजों तक हम इसे हेल्‍थ वर्कर्स पर भी इस्‍तेमाल के लिए कह सकते.

यह भी पढ़ें: देश में कोरोना संक्रमण के 13,387 मामले, केस बढ़ने में आई 40% कमी

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First published: April 17, 2020, 5:25 PM IST



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