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भोपालः …तो इस वजह से गैस पीड़ितों पर तेजी से अटैक करता है COVID-19, अब तक 5 मौत | 5 Bhopal Gas Survivors died due to Coronavirus-MPAS | bhopal – News in Hindi

भोपालः ...तो इस वजह से गैस पीड़ितों पर तेजी से अटैक करता है COVID-19, अब तक 5 मौत

भोपाल में कोरोना संक्रमित 5 लोगों की मोत हो चुकी है. (सांकेतिक तस्वीर)

डॉक्टरों के मुताबिक गैस पीड़ितों की इम्युनिटी यानी शारीरिक क्षमता कम होने की वजह वे तेजी से कोरोना वायरस (COVID-19) के शिकार हुए, जिसके कारण उनकी मौत हुई है.

भोपाल. पूरी दुनिया में कोहराम मचा रहे कोरोना वायरस (Coronavirus) ने मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की राजधानी भोपाल में पांच लोगों की जान ले ली है. भोपाल (Bhopal) में हुई इन मौतों में एक समानता यह है कि मृतकों सभी 5 लोग गैस पीड़ित परिवारों के हैं. डॉक्टरों के मुताबिक गैस पीड़ितों की इम्युनिटी यानी शारीरिक क्षमता कम होने की वजह वे तेजी से कोरोना वायरस के शिकार हुए, जिसके कारण उनकी मौत हुई है. आपको बता दें कि भोपाल में वर्ष 1984 में 2-3 दिसंबर की दरमियानी रात यूनियन कार्बाइड से निकली जहरीली गैस से हजारों लोग प्रभावित हुए थे. भोपाल में इस समय साढ़े तीन लाख के करीब गैस पीड़ित हैं. इन लोगों ने जहरीली मिथाइल आइसोसायनाइड को तो मात दी थी, मगर वे कोरोना से जंग हार गए.

गैस पीड़ितों के फेफड़े कमजोर, इसलिए वायरस का अटैक

गैस पीड़ितों में कोरोना वायरस के तेजी से असर करने को लेकर गांधी मेडिकल कॉलेज के डॉ. लोकेंद्र दवे का कहना है कि यूनियन कार्बाईड से निकली जहरीली गैस मिथाइल आइसोसायनाइड का असर गैस पीड़ितों पर अब भी दिखाई देता है. गैस की वजह से इन लोगों के फेफड़े कमजोर हो गए हैं, इसलिए इससे जुड़ी बीमारियां गैस पीड़ितों में ज्यादा दिखाई देती हैं. इन बीमारियों को देखते हुए ही भोपाल में भोपाल मेमोरियल पलमोनरी अस्पताल की स्थापना की गई थी, ताकि गैस पीड़ितों का इलाज हो सके. डॉ. लोकेंद्र दवे ने कहा कि चूंकि गैस पीड़ितों के शरीर का इम्यूनिटी सिस्टम कमजोर होता है, इसलिए कोरोना वायरस उन पर तेजी से अटैक करता है.

डॉक्टर ने गैस पीड़ितों को दी सलाहगांधी मेडिकल कॉलेज के डॉ. लोकेंद्र दवे ने गैस पीड़ितों को सलाह दी है कि वह कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा देखते हुए इस समय अपने घरों में रहें. अगर किसी को मामूली बुखार या खांसी की भी शिकायत है तो उसका तत्काल इलाज कराएं. उन्होंने कहा कि खांसी-जुकाम और बुखार को हल्के में ना लें. आपको बता दें कि राजधानी भोपाल में कोरोना पीड़ितों की संख्या 160 के पार हो चुकी है. प्रदेश में अब तक इस वायरस के कारण 53 लोगों की मौत हुई है, जिसमें सबसे ज्यादा मौतें इंदौर में हुई हैं. दूसरे नंबर पर भोपाल है. यहां कोरोना के कारण 5 लोगों की मौत हो चुकी है.

गैस पीड़ित संगठनों ने उठाए सवाल

भोपाल गैस त्रासदी के शिकार 5 लोगों की मौत के बाद इस क्षेत्र में काम कर रहे सामाजिक संगठनों ने सवाल उठाए हैं. इन संगठनों ने भोपाल मेडिकल हॉस्पिटल और रिसर्च सेंटर में पीड़ितों का इलाज न होने का मुद्दा उठाया है. आपको बता दें कि इस हॉस्पिटल को राज्य सरकार ने कोरोना हॉस्पिटल में बदल दिया है, लेकिन यहां पर गैस पीड़ितों का इलाज नहीं होता. इसको लेकर संगठनों ने चिंता जताई है.

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First published: April 15, 2020, 11:44 AM IST



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