छत्तीसगढ़

अक्षय तृतीया पर भी नहीं गूंजेगी शहनाई… लाॅक डाउन बढ़ने की आशंका के बीच कार्यक्रम किए जा रहे स्थगित

सबका संदेस न्यूज़ छत्तीसगढ़-14अप्रैल के बाद भी लॉकडाउन बढ़ने की आशंका से इसके बाद के सभी कार्यक्रम स्थगित किए जा रहे हैं। यह पहला अवसर होगा जब अक्षय तृतीया जैसे अबूझ मुहूर्त पर भी शादी की शहनाईयां नहीं बज सकेंगी और भगवान परशुराम की शोभा यात्रा को भी निरस्त किया जाएगा।ज्योतिष एवं पौराणिक मान्यता के अनुसार अक्षय तृतीया को अबूझ मुहूर्त माना जाता है। पंडित भी बगैर देखे इस मुहूर्त को बताते हैं। इस तिथि में बड़ी संख्या शादियां होती हैं। इस साल अक्षय तृतीया 26 अप्रैल को है। लॉकडाउन वैसे तो अभी 14 अप्रैल तक है लेकिन पीएम की अपील एवं जिले में बिगड़े हालात के बाद लॉकडाउन का समय बढ़ाने की वकालत शुरू हो गई है। ऐसे में लोगों ने अक्षय तृतीया पर होने वाली शादियां भी रद्द कर दी हैं।

इसी तिथि में जिले में करीब 200 शादियां होती थी। गांवों में अख्ती के नाम से मनाए जाने वाले इस त्यौहार के लिए ग्रामीणों में भी काफी उत्साह रहता था और सभी समाज के लोग इसी दिन को विवाह का श्रेष्ठ मुहूर्त मानकर शादी किया करते थे लेकिन अब ऐसा नहीं हो सकेगा । अकेले इसी तिथि पर ही शहर में ज्वलेर्स, कैटरर्स, टेंट, किराना, कपड़ा, मिठाई का करोड़ों का व्यवसाय होता था लेकिन लॉकडाउन के कारण अब लोग इस दिन का भी मुहूर्त को आगे बढ़ा दे रहे हैं। अक्षय तृतीय पर हर साल ब्राम्हण समाज द्वारा भगवान परशुराम की विशाल शोभा यात्रा निकालकर भंडारा किया जाता रहा है लेकिन इस बार मंदिर समिति लॉकडाउन के कारण ऐसा नहीं कर सकेगी। लॉकडाउन की बढ़ती आशंका के कारण समिति ने भी अपने सभी कार्यक्रम स्थगित कर दिए हैं।

तो फिर नवंबर में होंगे विवाह

पंडितों ने बताया कि लॉकडाउन के कारण लोग सुरक्षा दृष्टि से मई व जून के भी कार्यक्रम स्थगित कर रहे हैं। ऐसे में यदि इस साल 30 जून तक विवाह नहीं हो पाता है तो इसके बाद नवंबर में विवाह मुहूर्त आएंगे। दीपावली के बाद देव उठनी एकादशी से विवाह शुरू होंगे। इस साल नवंबर में 3 व दिसंबर में 5 विवाह मुहूर्त हैं।

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