निगम के अतिआवश्यक सेवा के कर्मियों ने नियमितिकरण करने की मांग
वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट के कर्मियों ने सीएम,गृहमंत्री के साथ ही निगम आयुक्त को सौंपा ज्ञापन
भिलाई। एसएएफ बटालियन के सामने स्थित 77 एमएलडी वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के आधा दर्जन से अधिक कर्मचारी आशीष शर्मा, आलोक कुमार मिश्रा, टेकरामचंद साहू, पी किशोर, अनिल कुमार, पवित्र पाण्डेय सहित अन्य कई कर्मचारी आज जो कि वर्ष 2007 से प्लेंसमेंट के द्वारा कार्य कर रहे है, वह सभी कर्मचारी आयुक्त को एक ज्ञापन सौंपकर अपने नियमितिकरण किये जाने की मांग की। इस दौरान इन्होनें हमारे संवादादाता से चर्चा में बताया कि हम अपने इस नियमितिकरण के लिए प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल, गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू को भी अपने नियमितिकरण के लिए ज्ञापन सौंपे हैं। चूंकि 77 एमएलडी निगम के अंतर्गत आता है, इसलिए हम अपनी इस मांग को लेकर आज निगम आयुक्त एस के सुंदरानी को भी ज्ञापन सौंपकर आ रहे है। इन्होंने बताया कि ये लोग ज्ञापन सौंपते हुए आयुक्त को बताया कि नगर निगम भिलाई में 77 एमएलडी जल शोधन संयंत्र जिसमें केमिस्ट, लैब अटैंण्डेंट, इलेक्ट्रिशियन, फीटर एवं हेल्पर के पदों पर पीएचई द्वारा नियुक्त किया गया था, जिसके द्वारा इस संयंत्र के संचालन एवं सांधारण का कार्य 2007 से लेकर 2011 तक लिया गया लेकिन 2011 में पीएचई द्वारा हम सभी कर्मियों को नगर निगम भिलाई को हेण्डओवर कर दिया। उसके बाद प्लेसमेंट एजेंसी के द्वारा हमरे इस वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में कार्य लिया जा रहा है। हम लोग पिछले 8 साल से निगम की अतिउपयोगी सेवा कर रहे है। इसलिए हमे नियमितिकरण किया जाये। साथ ही इस हैण्डओवर और टेकओव्हर की फाईल निगम की मुख्य शाखा में उपलब्ध है। सभी कर्मचारियों की सूची भी इसमें संलग्न है, बीच में हम सभी कर्मियों को निगम द्वारा किवार ग्रुप कंपनी से भी अटैच कर दिया गया था और हम सभी कर्मचारियों से कार्य भी लिया गया जिसका कार्यकाल फरवरी 2013 में समाप्त हो गया और हम सभी लोगों का नियमितिकरण नही किया गया। ठेका कर्मी के रूप में आज भी हम कार्य करने मजबूर है, और हम सभी शासन के आदेशानुसार प्लेसमेंट कर्मचारी कहलाने लगे। हम लोग अतिआवश्यक सेवा में लगे हुए है पूरे निगम क्षेत्र की जनता को शुद्ध पानी पिला रहे है। 77 एमएलड वाटर ट्रीटमेंट प्लांट निगम का सबसे अधिक सेन्सिटिव कार्य है, और कार्य को हम निरंतर करते आ रहे है। सीएम पद का शपथ लेने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा था कि हम प्लेंसमेंट के माध्यम से कार्य नही लेंगे, बल्कि भर्ती लेंगे। इसलिए इन सभी स्थितियों को देखते हुए हमारा नियमितिकरण किया जाये।