छत्तीसगढ़
जिले के 46,637 श्रमिकों को मनरेगा में मिलेगा रोज़गार व्यक्तिमूलक आजीविका संवर्धन संबंधी कार्य पहली प्राथमिकता सोशल डिस्टेंसिंग आदि का करना होगा पालन

जिले के 46,637 श्रमिकों को मनरेगा में मिलेगा रोज़गार
व्यक्तिमूलक आजीविका संवर्धन संबंधी कार्य पहली प्राथमिकता
सोशल डिस्टेंसिंग आदि का करना होगा पालन
नारायणपुर सबका संदेस न्यूज़ छत्तीसगढ़-
-कोरोना वायरस के मद्देनजर देशभर में 14 अप्रैल तक घोषित लॉकडाउन के चलते प्रदेश में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गांरटी योजना (मनरेगा) योजना के तहत ग्रामीण श्रमिकों को रोज़गार प्रदाय किया जाएगा। नारायणपुर जिले में इस योजनांतर्गत पंजीकृत 22,430 परिवारों के 59,467 श्रमिकों में से 18,716 परिवारों के 46,637 श्रमिक सक्रिय रूप से मनरेगा में रोज़गार प्राप्त करते है ।
कलेक्टर द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि कोरोना वायरस से बचाव के सभी उपाय किए जाए। ग्रामीणांे की आजीविका सुरक्षित रखते हुए उन्हें रोज़गार प्रदान किया जा रहा है। इसके लिए कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव और मज़दूरों को रोज़गार की सहूलियतें कुछ शर्तों पर दी गयी है। जिसमें व्यक्तिमूलक आजीविका संवर्धन से संबंधी कार्य अधिकाधिक कराये जाने कहा गया है। जिनमें एक जगह भीड़ इक्कठी नहीं हो सभी आवश्यक सुरक्षात्मकता उपाय और सोशल डिस्टेंसिंग, साफ सफाई के निर्देशों का पालन जरूरी है।
शासन द्वारा ग़रीब राशन कार्डधारकों को दो महीने माह अप्रैल-मई का एक मुश्त मुफ़्त राशन उपलब्ध कराया जा रहा है। पूरे छत्तीसगढ़ में राशन वितरण किया जा रहा है, व उज्जवला योजना के अंतर्गत रसोई गैस के सिलेंडर सभी पात्र परिवारों को तीन माह तक निःशुल्क उपलब्ध करवाने की भी कार्रवाई की जा रही है। जनधन योजना में जिले की जिन महिला लाभार्थियों के खाते हैं, उन सभी को 500 रुपये प्रतिमाह अतिरिक्त धनराशि भी मिलनी शुरू हो गई है। इसके अलावा वृद्धावस्था, निराश्रित महिला व दिव्यांगजन पेंशन सरकार उपलब्ध करा रही है ।
मालूम हो कि कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण के मद्देनजर महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी ( मनरेगा) के कामगारों के वेतन में 20 रुपये का इजाफा किया है.। अब तक सरकार मनरेगा मजदूरों को रोज की मजदूरी के तौर पर 182 रुपये देती थी, जो अब बढ़कर 202 रुपये हो गयी है।
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