शकुंतला विद्यालय में आडिटोरियम का केबिनेट मंत्री साहू ने किया उद्घाटन

भिलाई । बिना संस्कार मानवता का निर्माण संभव नहीं है। मानवता निर्माण के लिए हमें वर्तमान शिक्षा प्रणाली के साथ-साथ संस्कार की शिक्षा भी देना चाहिए। उपरोक्त बातें गृह, जेल, लोक निर्माण मंत्री ताम्रध्वज साहू ने शकुंतला विद्यालय रामनगर में नवनिर्मित आडिटोरियम के उद्घाटन अवसर पर संबोधित करते हुए कहीं।
श्री साहू ने कहा कि वर्तमान शिक्षा प्रणाली से केवल डिग्री हासिल की जा सकती है और इस डिग्री का उपयोग केवल नौकरी पाने तक ही सीमित है। इस वर्तमान शिक्षा प्रणाली का सिवाए नौकरी पाने के हमारे जीवन में कोई उपयोग नहीं रह गया है, इसलिए मानवता निर्माण के लिए नवयुवकों एवं विद्यार्थियों को अलग से संस्कार शिक्षा देने की आवश्यकता है। इसके लिए पालकों एवं शिक्षकों को विशेष तौर पर ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि, इस विद्यालय में वर्ष 2002 में भी आने का अवसर प्राप्त हुआ था। जिसके सस्मरण विद्यालय प्रबंधन सहेज कर रखे। सफ लता के लिए अनुभव, समर्पण की आवश्यकता होती है। ये सभी गुण विद्यालय के डायरेक्टर संजय ओझा में है। इसलिए यह विद्यालय निरतंर आगे बढ़ रहा है। उन्होंने नया आडिटोरियम निर्माण के लिए विद्यालय को शुभकामनाएं दी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे महापौर एवं विधायक देवेंद्र यादव और विशेष अतिथि पूर्व विधायक भजन सिंह निरंकारी ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। इसके पूर्व अतिथियों द्वारा सरस्वती वंदना के साथ दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां दी। अतिथियों का स्वागत विद्यालय के डायरेक्टर संजय ओझा, प्राचार्य विपिन ओझा एवं शिक्षक-शिक्षिकाओं ने किया। इस अवसर पर विशेष अतिथि के सिद्धश्री बाबा बालकनाथ मंदिर के बाबा हरगोपाल मस्ताना, सेवकराम, ममता ओझा, बृजमोहन सिंह, अतुल चंद साहू, पार्षद संजय खन्ना, रामानंद मौर्य, जोहन सिन्हा, ललन तिवारी, दलबीर सिंह सतपाल उपस्थित थे।