छत्तीसगढ़दुर्ग भिलाई

रतन मुनि जी महाराज के सानिध्य में होली चातुर्मास मनाया गया

दुर्ग। छत्तीसगढ़ प्रवर्तक लोकमान्य संत रतन मुनि जी महाराज के सानिध्य में आनंद मधुकर रतन भवन बांधा तालाब में श्रमण संघ दुर्ग ने होली चातुर्मास मनाया। होली चातुर्मास के पावन प्रसंग पर छत्तीसगढ़ के विभिन्न क्षेत्रों से रतन मुनि जी महाराज को मानने वाले भक्तों का आवागमन जारी रहा। धर्मसभा को संबोधित करते हुए लोकमान्य संत रतन मुनि जी महाराज ने कहा अपनी आत्मा के निकट रहना अर्थात गलतियों को सहज रूप से स्वीकार कर उसके शुद्धीकरण हेतु ज्ञान और श्रद्धा पूर्वक अपने आत्मा को तब तपाना तथा भोग और संयोग को छोडऩा किसी प्रकार का मोह ममत्व भाव मन में नहीं आते देना ही तक है तब धर्म का अभिन्न अंग है तब के बिना पूर्व में किए हुए कर्मों की निर्जरा कभी नहीं होती और पूर्ण कर्म छय हुए बिना मोक्ष कभी जीव आत्मा को नहीं मिल सकती

धर्म सभा को सेवाभावी उप प्रवर्तक डॉक्टर सतीश मुनि ने भी संबोधित करते हुए कहां कसाई ओं की होली जलाओ कसाई क्रोध मान अहंकार माया छल कपट ईर्ष्या आदि है इसे जलाने वाला ही वास्तविक होली पर्व की आराधना करने वाला है। बुधवार को दोपहर 1.30 बजे गुरुदेव रतन मुनि महाराज के मंगल पाठ के दौरान छत्तीसगढ़ के विभिन्न क्षेत्रों से आए धर्म निष्ठ भक्तों ने अपने-अपने क्षेत्रों में पधारने हेतु विनती रखी तथा राम नवमी का पर्व एवं भगवान महावीर जन्म कल्याणक महोत्सव मनाने हेतु विभिन्न संघों ने गुरुदेव के समक्ष आगमन हेतु विनती रखी जिनमें दुर्ग साजा बीजा रायपुर सहित छत्तीसगढ़ के विभिन्न क्षेत्रों के गुरु भक्त परिवार उपस्थित थे। रामनवमी के पावन प्रसंग पर गुरुदेव श्री रतन मुनी जी महाराज का जन्मदिवस मनाया जाता है जिसे विभिन्न संघों ने कार्यक्रम के आयोजन की अनुमति मांगी भगवान महावीर जन्म कल्याणक महोत्सव समिति दुर्ग के अध्यक्ष मदन जैन ने भी रतन मुनि जी महाराज से विनती की और भगवान महावीर जन्म कल्याणक महोत्सव आपके सानिध्य में मनाए जाने का निवेदन रखा जिस पर गुरुदेव श्री ने कहा सभी की विनती अभी उनकी झोली में है समय आने पर इसकी घोषणा की जाएगी होली वर्षावास पूर्ण कर रतन मुनि महाराज अपने साधु समुदाय के साथ कल ऋषभ कॉलोनी की ओर बिहार करेंगे और अभी कुछ दिन दुर्ग के विभिन्न क्षेत्रों में इनका पदार्पण होगा।

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