कोंडागांव: सत्रह साल से न्याय के लिए गुहार लगा रही दो मृत बहनें

कोण्डागांव । जिला मुख्यालय कोण्डागांव नगर में स्थापित तहसील कार्यालय में एक जमीन विवाद संबंधित मामले पहुंची ऐसी दो वृद्ध महिलाओं हमें मिली, जिन्हें उसके ही सगे भाई ने जमीन हडपने की लालच में लगभग 18 वर्ष पूर्व मृत घोषित कर राजस्व रिकार्ड से उन दोनों सगी बहनों के नाम कटवाकर अपना नाम चढ़वा लिया था। तहसील न्यायालय में तहसीलदार के आने की प्रतिक्षा कर रही दोनों वृद्ध महिलाओं ने पूरी जानकारी देते हुए कहा कि वे दोनों ग्राम पंचायत चिखलपुटी के आश्रित ग्राम चिचपोलंग की निवासी हैं और उनके पिता की मौत के बाद, उनके पिता के जमीन संबंधी राजस्व रिकार्ड में उन दोनों के साथ उसके सगे भाई का नाम भी संयुक्त रुप से दर्ज कराया गया था और सभी अपने-अपने हिस्से में खेतीबाडी करते थे । अचानक एक दिन उनके नाम पर बैंक से कर्ज वसूली का नोटिस मिला, जबकि उनके द्वारा बैंक से कोई कर्ज लिया ही नहीं गया था। जब उनके पुत्र ने पूरे मामले की जानकारी निकाली तो ज्ञात हुआ उसके सगे भाई ने ही उनके नाम पर कर्ज लिया था और फिर कर्ज न चुकाना पडे की सोच के साथ-साथ जमीन हडपने की नियत से अपनी दोनों जीवित बहनों की मौत हो जाना बताकर राजस्व रिकार्ड से अपनी दोनों सगी और जीवित बहनों का नाम कटवाकर पूरी जमीन अपने नाम पर करा ली थी। जमीन की लालच में आकर अपने ही सगे भाई की चालबाजी की शिकार होने के बाद से वे दोनों वृद्धावस्था होने से शारीरिक रुप से निःषक्त होने के बावजूद विभिन्न न्यायालयों के चक्कर लगाने को मजबूर हैं। पीड़िता मनाय बाई ने बताया कि पिता द्वारा दी गई जमीन में कब्जा करने के लिए उसके सगे भाई ने उन्हें जीते जी मृत घोषित कर दिए जाने के कारण उन्हें अपने आप को जीवित सिद्ध करने के साथ-साथ अपने हिस्से की जमीन को वापस पाने के लिए न्यायालयों के चक्कर लगाना पड़ा जिस पर उन्हें लंबी लडाई के बाद अंततः विभिन्न न्यायालयों से तो न्याय मिल चुका है अब केवल तहसील न्यायालय का ही मामला अटका हुआ है। मनाय बाई के बेटे राजू ने बताया कि उसके मामा ने अपनी बहन के नाम पर बैंक से 50 हजार रुपए कर्ज लिया था, बाद में कागजों में हेराफेरी कर उसे मृत बता दिया और उक्त मामले में अपनी हक की लड़ाई लड़ते-लड़ते उन्हें लगभग 17 साल लग गए हैं।
सबका संदेस ब्यूरो, कोंडागांव 9425598008