रोतमा में हुई मुरिया समाज की बैठक
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बस्तर । जनपद पंचायत बस्तर के ग्राम पंचायत रोतमा में मुरिया समाज का बैठक रखा गया था । जिसमें जन्म संस्कार, विवाह संस्कार एवं मृत्यु संस्कार पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया । बस्तर मुरिया समाज के अध्यक्ष श्री जगदीश चंद्र मौर्य ने कहा कि हमको धर्म परिवर्तन से बचना चाहिए और वर्तमान जनगणना में मुरिया समाज के सभी लोग हिंदू नहीं लिखेंगे । मुरिया समाज के लोग आदिवासी धर्म का नाम पर भरेंगे । समाज में शिक्षा के गुणवक्ता पर पालक को सुधार कर हमारे शिक्षा व्यवस्था पर जोर देना चाहिए। जिससे हमारा समाज से डॉक्टर, इजीनियर, वकील , आईपीएस, आईएएस अधिकारी हमारे समाज से पैदा करना है ।जन्म संस्कार पर भाजी राम मौर्य ने विस्तार रूप से सभा को संबोधित करते हुए कहा कि जन्म के तीन दिन के बाद कशा रस्म किया जाता है ,9 दिन के बाद छठी बनाया जाता है। यह हमारा पुरानी रीति है। विवाह संस्कार पर दिवाकर कश्यप ने पारंपरिक रूप से पुजारी के द्वारा रीति-रिवाज के अनुसार किया जाएगा और बामन के रीति रिवाज पद्धति से शादी करने पर उस व्यक्ति को समाज द्वारा उसे दंड दिया जाएगा । समाज की व्यवस्था बनाए रखने के लिए वर्तमान पर चली आ रही है ,वीआईपी कल्चर की शादी यानी बफर सिस्टम को बंद कर सामाजिक रीति -रिवाज के अनुसार कतार बद्ध खाना खिलाने का निर्णय लिया गया ।बकावंड ब्लॉक के नीति नेग नियम प्रथा को बताते हुए कहा कि जो शादी विवाह मेंटिकान के समय जो अवैध रूप से कपड़ा स्टील ,बर्तन या अन्य स्टील की सामग्री को हमारे समाज के द्वारा परित्याग कर रहे हैं । यह हमारा बहुत बड़ा उपलब्ध है ।इसके पश्चात मृत्यु संस्कार पर तुलसी बघेल ने अपना उद्बोधन में कहा कि मृत्यु के पश्चात सगा के द्वारा कपड़ा दिया जाता था। कपड़ा ना देख कर पैसा दिया जा रहा है । मृत्यु होने वाले परिवार के मां बेटी ,बहन एवं परिवार कर लोग के द्वारा मृत्यु व्यक्ति को कपड़ा से ढक दिया जा रहा है , समाज वाले पैसा देने का काम करेंगे ।तबला पानी पर रोक लगाने का बात किया गया । खीर पुड़ी पर भी प्रतिबन्द लगाया गया । इस दौरान मुरिया समाज को किसी भी परिस्थिति में कैसा जाना है ।इन विषयों बिंदुवार चर्चा किया गया ।जिसमें बस्तर ब्लॉक, बकावंड ब्लॉक ,लोहंडीगुड़ा ब्लॉक ,जगदलपुर ब्लॉक के समाज प्रमुख उपस्थित रहे । जिनमें जगदीश चंद्र मौर्य, भाजी राम मौर्य , बी. आर.बघेल, दिवाकर कश्यप ,चंदन कश्यप ,शिवराम मौर्य तुलसी बघेल, झोड़िया राम कश्यप,हिरदु बघेल,बसंती कश्यप ,हेमराज बघेल ,रामचंद्र कश्यप, सोमारू बघेल ,भरत कश्यप, पूरन सिंह कश्यप, बसन्त कश्यप, खरे कशयप ,कमलेश कश्यप ,बंसी मौर्य एवं अनिल कश्यप आदि समस्त ग्रामीण एवं समाज के पदाधिकारी उपस्थित रहे हैं ।