SECL मुख्यालय में ‘51वां कोल इंडिया स्थापना दिवस’ एवं ‘25वां छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस’ का आयोजन।

SECL मुख्यालय में ‘51वां कोल इंडिया स्थापना दिवस’ एवं ‘25वां छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस’ का आयोजन।
छत्तीसगढ़ बिलासपुर भूपेंद्र साहू ब्यूरो रिपोर्ट। साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एसईसीएल) मुख्यालय, बिलासपुर में दिनांक 01 नवंबर 2025 को ‘51वां कोल इंडिया स्थापना दिवस’ एवं ‘25वां छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस’ के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि निदेशक तकनीकी (संचालन) एन. फ्रैंकलिन जयकुमार एवं विशिष्ट अतिथि निदेशक (वित्त) डी. सुनील कुमार रहे।
इस अवसर पर एसईसीएल के वरिष्ठ अधिकारीगण, विभिन्न विभागाध्यक्ष, श्रमसंघ प्रतिनिधि, महिला कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि निदेशक (तकनीकी/योजना एवं परियोजना) एन. फ्रैंकलिन जयकुमार एवम विशिष्ट अतिथि निदेशक (वित्त) डी. सुनील कुमार एसईसीएल ने अपने प्रेरणादायी उद्बोधन में कोल इण्डिया एवम छत्तीसगढ़ राज्य की विकास यात्रा पर विस्तृत प्रकाश डालते हुए कोल इण्डिया एवम छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस की बधाई देते हुए कहा कि कोल इण्डिया एवम छत्तीसगढ़ अपने स्थापना काल से ही देश एवम प्रदेश की प्रगति में अपनी अहम भूमिका निभा रहे हैं, जहाँ कोल इण्डिया अपने स्थापना काल से ही देश को उर्जा आपूर्ति कर रहा है वहीं छत्तीसगढ़ राज्य के सीधे, सरल, मिलनसार निवासियों के बलबूते चहुमुखी विकास कर रहा है। उन्होंने कहा छत्तीसगढ़ राज्य के विकास में एसईसीएल का प्रमुख योगदान है । गेवरा और कुसमुण्डा जैसी विश्व की प्रमुख खदानें इसी छत्तीसगढ़ की धरती पर स्थित हैं, जो इस राज्य की अपार संभावनाओं का प्रतीक है। एसईसीएल दवारा छत्तीसगढ़ में कोयला उत्पादन के साथ-साथ यहाँ के निवासियों के शिक्षा, स्वास्थ्य, मुलभूत सुविधाओं के लिए विविध कार्य किए जाते है।
कार्यक्रम की शुरुआत में मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि सहित उपस्थित विभागाध्यक्षों, श्रमसंघ प्रतिनिधियों ने शहीद स्मारक, डॉ. भीमराव अम्बेडकर प्रतिमा तथा ‘खनिक प्रतिमा’ पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की।
इसके उपरांत मुख्य अतिथि द्वारा कोल इंडिया ध्वज फहराया गया। इस अवसर पर कोल इंडिया कॉर्पोरेट गीत एवं छत्तीसगढ़ राज्य गीत ‘अरपा पैरी के धार’ प्रस्तुत किया गया। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक परंपरा के अनुरूप, राज्य की माटी, मानचित्र, हल एवं धान की बाली की पूजा अर्चना भी की गई।
कार्यक्रम में उद्घोषणा का दायित्व शेख जाकिर हुसैन, मुख्य प्रबंधक (पर्यावरण) द्वारा निभाया गया।



