जुआ तो हुआ! फिर किसके लिए छुपाया,पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर जांच मांग की गई!

जुआ तो हुआ! फिर किसके लिए छुपाया,पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर जांच मांग की गई!
हाल ही में दुर्ग पुलिस द्वारा बड़े पैमाने पर हो रहे जुए का भांडा फोड़ किया गया,पुलिस द्वारा की गई कार्यवाही में जब्त रकम ने शहर में चर्चा का विषय बना दिया और दुर्ग पुलिस की सराहना भी होने लगी,ऐसे में कुछ सवाल अधूरे भी रह गए जिसकी जिज्ञासा सबके मन है,इसी को लेकर शहर के युवा वरुण जोशी ने दुर्ग पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर जांच की मांग करते हुए कई सवाल दुर्ग पुलिस से पूछे कि इतनी बड़ी संख्या में लोग क्या सच में शहर के बड़े होटल के दीवाल पीछे ही जुआ खेलने गए थे,वहां के गार्ड या कैमरे में इनकी कार्यशैली क्यों नज़र नहीं आई,पुलिस ने पत्रकार बंधुओं को जो तस्वीर दी है वो तो किसी दीवाल के पीछे की हो नज़र नहीं आती,फिर पुलिस ने बड़े होटल के पीछे की बात क्यों कही,जब इतनी बड़ी कार्यवाही हुई तो उन युवकों की गाड़ियां जब्त कैसे नहीं हुई,जुए की महफ़िल में जब पुलिस ने छापा मारा तो वहां की वीडियो कहां है क्या वीडियो में पुलिस द्वारा दर्शाई जब्त राशि,हकीकत में अधिक राशि थी,कुछ बड़े रसूखदारों को रंगेहाथों पकड़ने के बाद क्यों छोड़ा गया,ऐसे अनगिनत कई सवाल है जो पुलिस ने पत्रकार बंधुओं से छुपाया या फिर प्रकाशित ही नहीं हुआ,वरुण जोशी ने कहा कि सत्य जो भी हो पुलिस विभाग को सामने आकर इसका जवाब देना चाहिए क्योंकि कानून से बड़ा कोई रसूख नहीं होता और इससे दुर्ग पुलिस की साख पर भी सवाल उठ रहे हैं!