Anti Naxal Operation Latest Updates: Anti Naxal Operation Latest Updates: नक्सलियों से बातचीत की सारी उम्मीदें ख़त्म!.. PM मोदी के मंत्री ने कहा, चर्चा का सवाल ही नहीं, वो हत्यारे है..

No peace talks between Naxalites and the government: रायपुर: छत्तीसगढ़ में माओवादियों के खिलाफ निर्णायक लड़ाई जारी है। केंद्र और राज्य सरकार के समन्वय और निर्देश के तहत छत्तीसगढ़-तेलंगाना बॉर्डर पर कर्रेगुट्टा के पहाड़ों में बीते कुछ समय से नक्सलियों के खिलाफ सैन्य अभियान चल रहा है। बड़ी संख्या में जवानों ने इलाके को घेर रखा है। हालांकि, इस कॉम्बिंग ऑपरेशन में कितने जवान शामिल हैं और उनकी रणनीति क्या है, इसका खुलासा नहीं किया गया है। पहाड़ों पर डटे जवानों को हेलीकॉप्टर की मदद से रसद, दवाइयां और जरूरी सामान पहुंचाए जा रहे हैं। इस बारे में राज्य सरकार का कहना है कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के उन संकल्पों को पूरा करने की दिशा में आगे बढ़ रही है, जिनमें यह कहा गया है कि आने वाले समय में छत्तीसगढ़ को माओवाद से मुक्त किया जाएगा।
नक्सलियों से अब बातचीत नहीं होगी
इस नक्सल विरोधी अभियान के बीच केंद्रीय गृह राज्यमंत्री बंडी संजय कुमार ने साफ कर दिया है कि अब नक्सलियों और सरकार के बीच किसी तरह की बातचीत संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि नक्सलियों से चर्चा का कोई सवाल ही नहीं उठता। उन्होंने आगे कहा कि नक्सलियों ने कई राजनीतिक दलों के नेताओं और निर्दोष आदिवासियों की हत्या की है, ऐसे में अब किसी भी तरह की बातचीत नहीं होगी।
विजय शर्मा का बयान
No peace talks between Naxalites and the government: केंद्रीय मंत्री से पहले राज्य के उपमुख्यमंत्री और गृहमंत्री विजय शर्मा भी यह बयान दे चुके हैं। कुछ दिनों पहले उन्होंने कहा था कि छत्तीसगढ़ सरकार नक्सलियों से किसी तरह की शांति वार्ता नहीं करेगी। यह केवल देश तोड़ने का एक प्रोपगेंडा है। उन्होंने यह भी कहा कि जब छत्तीसगढ़ में आदिवासियों की हत्या की गई तब किसी को कोई पीड़ा नहीं हुई, लेकिन जब हमारे सुरक्षाबल के जवान नक्सलियों को जवाब दे रहे हैं तो कुछ लोगों को तकलीफ हो रही है।
उन्होंने झीरम घाटी जैसे जघन्य हमलों का ज़िक्र करते हुए कहा कि नक्सलियों ने राज्य में कई आदिवासियों और नेताओं की जान ली है। IED ब्लास्ट में हमारे कई जवान शहीद हो चुके हैं, तब किसी ने आवाज़ नहीं उठाई। लेकिन जैसे ही तेलंगाना के नक्सलियों पर कार्रवाई तेज़ हुई, कुछ लोग शांति वार्ता की बात करने लगे। इसका मतलब साफ है कि कुछ न कुछ गड़बड़ ज़रूर है।
सैकड़ों नक्सली मारे गए
No peace talks between Naxalites and the government: गृहमंत्री ने कहा कि अब तक चल रहे ऑपरेशन में सुरक्षाबलों ने सैकड़ों नक्सलियों को ढेर किया है, जिनमें अधिकांश का संबंध छत्तीसगढ़ से था। उन्होंने यह भी कहा कि बीते कई दिनों से हमारे जवानों ने तेलंगाना बॉर्डर पर कर्रेगुट्टा की पहाड़ी पर नक्सलियों को घेर रखा है। अब जब नक्सलियों की जान पर बन आई है, तब कुछ लोगों को पीड़ा हो रही है। गृहमंत्री ने स्पष्ट कहा कि ऐसे लोगों को ना तो मानवाधिकार की बात करने का अधिकार है और ना ही संविधान की, क्योंकि ये लोग खुद संविधान को मानते ही नहीं हैं।