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8वें वेतन आयोग पर लगी मुहर – 1.92 फिटमेंट फैक्टर से कर्मचारियों की सैलरी में बड़ा इजाफा

8वें वेतन आयोग) : सरकारी कर्मचारियों के लिए बड़ी खुशखबरी सामने आई है। लंबे समय से अटके हुए 8वें वेतन आयोग (8th Pay Commission) पर अब मुहर लगने की खबरें सामने आ रही हैं। इस वेतन आयोग के तहत 1.92 फिटमेंट फैक्टर (Fitment Factor) लागू होने की संभावना जताई जा रही है, जिससे कर्मचारियों की बेसिक सैलरी में जबरदस्त इजाफा देखने को मिलेगा। यह खबर लाखों केंद्रीय और राज्य कर्मचारियों के लिए राहत की सांस की तरह है, खासकर उन लोगों के लिए जो बीते कई वर्षों से महंगाई के बीच संघर्ष कर रहे हैं।देश में आखिरी बार 7वां वेतन आयोग 2016 में लागू हुआ था। उसके बाद से अब तक महंगाई, खर्च और जीवनशैली में काफी बदलाव आ चुका है। लेकिन कर्मचारियों की बेसिक सैलरी और ग्रेड पे में कोई बड़ा बदलाव नहीं हुआ। ऐसे में लगातार कर्मचारी संगठनों द्वारा सरकार से मांग की जा रही थी कि नया वेतन आयोग लाया जाए जो उनकी मौजूदा आर्थिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए वेतन संरचना को संशोधित करे।फिटमेंट फैक्टर दरअसल एक गुणांक होता है जिससे वर्तमान बेसिक सैलरी को गुणा करके नई सैलरी निकाली जाती है। उदाहरण के तौर पर:यानी सीधे-सीधे ₹16,560 का इजाफा। इससे न सिर्फ कर्मचारी की इन-हैंड सैलरी बढ़ेगी, बल्कि HRA, DA और अन्य भत्तों में भी बढ़ोतरी देखने को मिलेगी।नीचे दी गई तालिका में अनुमानित सैलरी बढ़ोतरी को दिखाया गया है यदि 1.92 फिटमेंट फैक्टर लागू होता है:रमेश कुमार, जो कि एक केंद्रीय मंत्रालय में क्लर्क के पद पर कार्यरत हैं, वर्तमान में ₹25,000 की बेसिक सैलरी पर काम कर रहे हैं। 7वें वेतन आयोग के तहत उन्हें ₹48,000 तक की सैलरी मिलती है जिसमें DA और HRA शामिल हैं। यदि 8वां वेतन आयोग 1.92 फिटमेंट फैक्टर के साथ लागू होता है, तो रमेश की बेसिक सैलरी ₹48,000 हो जाएगी और सभी भत्तों को मिलाकर उनकी कुल सैलरी ₹85,000 से अधिक हो सकती है। इससे उनकी जीवनशैली में बड़ा बदलाव आ सकता है और वह अपने बच्चों की पढ़ाई और घर की EMI को आसानी से मैनेज कर पाएंगे।

कर्मचारियों के लिए इससे जुड़ी संभावनाएं और फायदे

  • बढ़ी हुई सैलरी से जीवन स्तर में सुधार होगा।
  • सेवानिवृत्त कर्मचारियों की पेंशन में भी इजाफा होगा क्योंकि पेंशन भी फिटमेंट फैक्टर पर आधारित होती है।
  • भविष्य निधि (PF) और ग्रेच्युटी की रकम बढ़ेगी।
  • नए रोजगार के अवसरों में सैलरी स्ट्रक्चर ज्यादा आकर्षक होगा जिससे युवा वर्ग की रुचि बढ़ेगी।

अभी तक कोई आधिकारिक अधिसूचना जारी नहीं हुई है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक यह फैसला सभी केंद्रीय कर्मचारियों, राज्य सरकारों के अधीनस्थ कर्मचारियों, और पब्लिक सेक्टर यूनिट्स (PSU) में लागू हो सकता है। साथ ही इसके बाद राज्य सरकारें भी इसी पैटर्न को फॉलो कर सकती हैं, जैसा कि 7वें वेतन आयोग के समय हुआ था।

क्या चुनौतियां भी होंगी?

  • सरकार के लिए इस फैसले से वित्तीय दबाव बढ़ सकता है।
  • राज्यों के लिए इसे अपनाना मुश्किल हो सकता है, खासकर उनके लिए जिनकी राजस्व आय कमजोर है।
  • इससे महंगाई में भी अप्रत्यक्ष बढ़ोतरी हो सकती है क्योंकि बाजार में पैसा बढ़ेगा। खुद एक कर्मचारी के तौर पर देखा है कि जब 7वां वेतन आयोग लागू हुआ था, तो मेरे एक करीबी दोस्त की सैलरी में लगभग ₹10,000 की बढ़ोतरी हुई थी। इससे न केवल उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत हुई, बल्कि उन्होंने उसी सैलरी से एक छोटा फ्लैट भी बुक कर लिया था। अगर 8वां वेतन आयोग भी इसी तरह लागू होता है, तो लाखों परिवारों को राहत मिलेगी।8वें वेतन आयोग की खबर निश्चित ही करोड़ों कर्मचारियों और उनके परिवारों के लिए राहत भरी है। 1.92 फिटमेंट फैक्टर के लागू होने से न सिर्फ सैलरी में बढ़ोतरी होगी, बल्कि कर्मचारी वर्ग को नई ऊर्जा भी मिलेगी। यह न केवल आर्थिक रूप से बल्कि मानसिक रूप से भी एक बड़ा सकारात्मक बदलाव होगा।
    सरकार को चाहिए कि इस दिशा में शीघ्रता से निर्णय लेकर इसे लागू करे ताकि कर्मचारियों की मेहनत का उचित सम्मान हो सके और वे देश की प्रगति में और मजबूती से योगदान दे सकें।

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