#FacetoFace Madhyapradesh: वक्फ संशोधन कानून की आड़.. मध्यप्रदेश में ‘गद्दार’ पर सियासत धुआंधार! आखिर कौन है असली गद्दार? देखिए ये वीडियो

भोपालः FACEtoFACE MadhyaPradesh वक्फ संशोधन कानून पर देश में मचे बवाल के साथ मध्यप्रदेश में भी सियासत जारी है। इसी बीच कांग्रेस के कद्दावर नेता और एमपी के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने बीजेपी पर सनसनीखेज और बेहद गंभीर आरोप लगाया है। दिग्विजय सिंह ने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट करते हुए बीजेपी नेताओं के नामों की सूची जारी की और उन्हें ISI का एजेंट करार दिया है। अब इसी मुद्दे पर घमासान हो रहा है।
वक्फ कानून के विरोध को लेकर MP में शुरु हुई सियासी लड़ाई गद्दार से होते हुए ISI एजेंट पर आ गई है, जिसके चलते कांग्रेस-बीजेपी के बीच वार-पलटवार की नई जंग छिड़ चुकी है। दरअसल, पिछले दिनों MP में दिग्विजय सिंह को गद्दार बताने वाले पोस्टर लगाए थे, जिस पर सियासत भी गरमाई। वहीं रविवार को दिग्विजय सिंह ने X पोस्ट कर 11 लोगों के नाम जारी करते हुए लिखा कि – ‘ISI के एजेंट के तौर पर काम करने वाले BJP कार्यकर्ता’..
“1. बलराम सिंह चीफ (सतना) बजरंग दल
2. मनीष गांधी (भोपाल)
3. त्रिलोक सिंह (भोपाल)
4. ध्रुव सक्सेना (भोपाल) IT सेल भोपाल, बीजेपी
5. मोहित अग्रवाल(भोपाल)
6. मोहन भारती (जबलपुर)
7. संदीप गुप्ता (जबलपुर)
8. कुश पंडित (देहरादून)
9. जितेंद्र ठाकुर (ग्वालियर BJP पार्षद वंदना ठाकुर का देवर)
10. रितेश कुल्लर, रज्जन तिवारी जिन्होंने बलराम सिंह को दीक्षा दी
पाकिस्तान से विभिन्न खातों में धन प्राप्त किया
वॉयस ओवर के जरिए पाकिस्तानियों से बात करते थे”
ये लिखकर दिग्विजय सिंह ने बीजेपी, RSS और भाजपा युवा मोर्चा से सवाल किया कि इन्हें आप क्या कहेंगे? तो वहीं दिग्विजय सिंह के समर्थन में पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और बीजेपी सरकार से सवाल पूछे कि – अमित शाह बताएं कि आरोपियों और BJP का क्या रिश्ता है ?
बीजेपी ने किया पलटवार
दिग्विजय सिंह के आरोपों पर बीजेपी ने तीखा पलटवार करते हुए जमकर प्रहार किया। बीजेपी अध्यक्ष वी डी शर्मा ने कहा कि गद्दार कौन है? ये सब जानते हैं। आतंकी तहव्वुर राणा के भारत आने से उनके पेट में दर्द हो रहा है तो कैबिनेट मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि दिग्विजय बिना तथ्यों के आरोप लगाते हैं। उन्होंने भगवा आतंकवाद का आरोप मढ़ा है। वो हमेशा, सनातन और सेना का अपमान करते हैं और पाकिस्तान की तारीफ करते हैं। कुल मिलाकर वक्फ बिल को लेकर शुरू हुई सियासत गद्दार के पोस्टर से होते हुए अब नये मुकाम पर पहुंच गई है। दरअसल दिग्गी राजा ने जिन 10 बीजेपी नेताओं के नाम सोशल मीडिया पर शेयर किए हैं, वो फिलहाल लापता हैं क्योंकि ना उन नेताओं की लोकेशन किसी के पास है ना ही उनके बारे में कोई जानकारी है, लेकिन एटीएस ने साल 2017 में बीजेपी नेता ध्रुव सक्सेना, बलराम सिंह , मोहित अग्रवाल, मनीष गांधी के अलावा कई और बीजेपी कार्यकर्ताओं को आईएसआई के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार कर बीजेपी की मुश्किलें ज़रुर बढ़ा दी थी।