पांच लाख सोलह हजार से अधिक आबादी वाले भिलाई निगम को मात्र 60 वार्डों में बांटने में भारी विसंगति : सिद्दीकी

कोरबा, बिलासपुर व दुर्ग में डेढ से पौने दे लाख आबादी कम होने पर भी 67 और 70 वार्ड है तो भिलाई में 60 वार्ड क्योंं
भिलाई। छत्तीसगढ शासन नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के आदेशानुसार नगर पालिक निगम भिलाई और नगर पालिक निगम रिसाली की परिसीमन की कार्यवाही कर 8 जनवरी तक शासन को भेजना है, 70 वार्डो के भिलाई निगम की जनसंख्या 2011 की जनगणना के अनुसार 625700 थी जिसमे से रिसाली निगम के 13 वार्डो की जनसंख्या 109138 को अलग करने पर भिलाई निगम की जनसंख्या 516562 रह गई जिसके लिए भिलाई निगम द्वारा जनगणना ब्लाक के हिसाब से 60 वार्डो की औसत जनसंख्या 8609 रखा गया है जिसमे 15 प्रतिशत कम या ज्यादा किया जा सकता है इस हिसाब से भिलाई निगम के वार्डो की जनसंख्या 7318 से 9900 तक रखा जा सकता है,इसी प्रकार रिसाली निगम के 13 वार्डो की जनसंख्या 109138 को 40 वार्डो में बाटने पर औसत जनसंख्या 2728 होती है जिसमे 15 प्रतिसत कम या ज्यादा रखने पर रिसाली निगम में वार्डो की जनसंख्या 2319 से 3137 तक रखी जा सकती है।
वार्डो में जनसंख्या के समान अनुपात में परिसीमन के लिए हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर करने वाले अली हुसैन सिद्दीकी ने बताया कि बिलासपुर निगम की जनसंख्या 365579 है तब भी वहां पर 70 वार्ड है और कोरबा निगम की जनसंख्या 363390 है तब भी 67 वार्ड है व दुर्ग निगम की जनसंख्या 268806 है तब भी 60 वार्ड है लेकिन भिलाई निगम की जनसंख्या इनसे कही अधिक 516562 है फिर भी सिर्फ 60 वार्डो में सीमित किया जा रहा है जो कि एक बड़ी विसंगति है जो न्याय संगत भी नही है आराम से भिलाई निगम में 70 वार्ड बनाया जा सकता था लेकिन नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के आदेश के कारण कलेक्टर व भिलाई निगम अधिकारी भी विवश हैं।