Amit Shah in Bastar: दूर हुआ दमन का दहशत.. अमित शाह ने शेयर की बच्चों की बेफिक्री की तस्वीर, आप भी देखें

Amit Shah in Bastar: जगदलपुर: देश के सबसे अधिक नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में से एक बस्तर अब शांति और विकास की राह पर तेजी से अग्रसर हो रहा है। कभी बंदूक और भय के साए में जीने वाले बस्तर के ग्रामीण अब लोकतंत्र और भरोसे के साथ आगे बढ़ रहे हैं। नक्सलवाद का प्रभाव लगातार कमजोर हो रहा है, और सरकारों के प्रयास रंग ला रहे हैं।
राज्य और केंद्र सरकार की ओर से शांति बहाली और मुख्यधारा में लोगों को जोड़ने के प्रयास जारी हैं। जहां कई माओवादी आत्मसमर्पण कर रहे हैं, वहीं पुलिस द्वारा भी लगातार नक्सलियों की गिरफ्तारी और कार्रवाई की जा रही है। बस्तर की बदलती तस्वीर इस बात का प्रमाण है कि मजबूत इच्छाशक्ति से किसी भी समस्या का समाधान संभव है।
गृहमंत्री अमित शाह का बस्तर दौरा
Amit Shah in Bastar: इस सकारात्मक बदलाव के बीच गृह मंत्री अमित शाह शुक्रवार को बस्तर दौरे पर पहुंचे। उन्होंने सबसे पहले मां दंतेश्वरी मंदिर में पूजा-अर्चना की और फिर बस्तर पंडुम मेले के समापन समारोह में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने नक्सलवाद से जुड़ी सुरक्षा तैयारियों की समीक्षा की और उच्च अधिकारियों के साथ बैठक की।
इस मौके पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, उप मुख्यमंत्री अरुण साव और विजय शर्मा, सहित क्षेत्रीय सांसद और विधायक भी मौजूद रहे।
बच्चों की तस्वीर साझा कर जताई खुशी
बस्तर दौरे के बाद गृहमंत्री अमित शाह ने अपने ‘एक्स’ (पूर्व ट्विटर) अकाउंट पर डोंडरा पंचायत के दो बच्चों की तस्वीर साझा की। उन्होंने लिखा, “जो बस्तर-सुकमा क्षेत्र कभी लाल आतंक (नक्सलवाद) का गढ़ था, जहाँ लोग भय के कारण घरों से नहीं निकलते थे, आज वहाँ की डोंडरा पंचायत में भयमुक्त होकर फोन चलाते बच्चों को देख मन आनंदित है। विकास और विश्वास को दर्शाती यह तस्वीर आपसे साझा कर रहा हूँ।”
जो बस्तर-सुकमा क्षेत्र कभी लाल आतंक (नक्सलवाद) का गढ़ था, जहाँ लोग भय के कारण घरों से नहीं निकलते थे, आज वहाँ की डोंडरा पंचायत में भयमुक्त होकर फोन चलाते बच्चों को देख मन आनंदित है।
विकास और विश्वास को दर्शाती यह तस्वीर आपसे साझा कर रहा हूँ। pic.twitter.com/GQZTl5QzXu
— Amit Shah (@AmitShah) April 5, 2025
Amit Shah in Bastar: यह तस्वीर न सिर्फ बस्तर के बदलते हालात की कहानी कहती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि शांति, विकास और विश्वास की राह पर अब बस्तर मजबूती से कदम बढ़ा रहा है।