13 लाख 84 हजार किलोमीटर की साइकल यात्रा कर चुके 73 वर्षीय अरमांडो पहुंचे कोंडागाँव

कोंडागाँव । वसुधैवकुटुम्बम की भारतीय अवधारणा को आत्मसात कर 36 सालों से दुनिया के कई मुल्कों की सायकल यात्रा कर चुके 73 वर्षीय जर्मनी निवासी बुजुर्ग अरमांडो कोंडागाँव पहुंचे। कोंडागांव पहुचने पर कोंडागांव वासियो ने इनका फुल मालाओं से स्वागत किया गया और इनके सफल यात्रा की कामना करते इन्हें कुछ जरूरत का सामान भी उपलब्ध करवाया ।
अरमांडो बतातें है कि ये उनकी 8 वी सायकल यात्रा है और इसकी शुरुआत उन्होंने भारत में 7 नवंबर को मोहाली से करते अमृतसर, दिल्ली, आगरा, मथुरा, ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, होते हुए अब कोंडागांव पहुचने तक 6879 किलोमीटर का सफर तय कर चुके है। उनकी इस यात्रा का मकसद अलग-अलग भाषा रंगरूप के बावजूद हम सब एक है ये संदेश सारे विश्व तक पहुचाना है। पेशे से ठेकेदार अरमांडो बतातें है कि पीठ दर्द होने पर डाक्टर ने सलाह दी की स्वीमिंग करो या सायकल चलाओं तो उन्होंने सायकल चलाना बेहतर समझा और शुरू हुआ उनकी लंबी यात्राओं का ये अभियान।
पहले साल 2000, दुसरे साल 3500 पाचवें साल 5000 किलोमीटर सायकल चलाने के बाद उनका जुनून बढता गया और अब ये 50-150 किलोमीटर प्रतिदिन साईकल चला लेते हैं। तकरीबन 10 साल पहले पत्नी के निधन पर एक सफर अधुरा छोडने का मलाल होने के बावजूद अरमांडो स्वभाव से बेहत हसमुख और मिलनसार व्यक्तित्व के धनी है और अब तक 13 लाख 84 हजार किलोमीटर की यात्रा कर चुके है इनका रात्रि पड़ाव रास्ते मे पड़ने वाले पेट्रोल पंप होते है जहाँ ये रात्रि विश्राम करते है और फिर अगले दिन की यात्रा पे निकल पडते है एक दिन में ये तकरीबन 100 से 150 किलोमीटर की यात्रा करते है। कोंडागाँव वासी सलाम करते है इनके जज्बे को ओर इनकी वसुधैव कुटुम्बकम की सोच को।