अहिवारा नगर पालिका परिषद में हो सकता है खेला,
अपनी सरकार बनाने भाजपा पार्टी से बागी होकर चुनाव लडकर जीतने वाले विद्यानंद कुशवाहा को वापस पार्टी में ले सकती है भाजपा

भाजपा और नवनिर्वाचित अध्यक्ष कुशवाहा दोनो को होगा इसमें लाभ
भिलाई। अहिवारा नगर पालिका परिषद में भाजपा प्रत्याशी नटवर ताम्रकार के भारी मतों से पराजित होने के बाद इस निकाय में सरकार बनने में भारी दिक्कत है। क्योंकि यहां भाजपा से टिकिट नही मिलने के कारण भाजपा के कर्मठ कार्यकर्ता व कई बार के पार्षद रहे विद्यानंद कुशवाहा चुनाव जीत गये है। इसके साथ ही 15 वार्ड में से जहां 10 पार्षद भाजपा के जीते है, वहीं कांग्रेस के दो और तीन निर्दलीय प्रत्याशी चुनाव में जीत हासिल किये है। नवनिर्वाचित अध्यक्ष विद्यानंद कुशवाहा को भी यहां सदन चलाने में भारी दिक्कत होगा। वहीं भाजपा अब अपने अधिकृत प्रत्याशी नटवर के पराजित होने के बाद भी यहां कब्जा जमाने के लिए अध्यक्ष विद्यानंद कुशवाहा का भाजपा निलंबन वापस लेकर पार्टी में वापस ले सकती है। इसमें भाजपा और विद्यानंद कुशवाहा दोनो को लाभ होगा क्योंकि एक तो विद्यानंद कुशवाहा कट्टर भाजपाई है,और यहां निर्दलीय पार्षद मात्र तीन ही जीत सके है, इसलिए इनके साथ अपनी सरकार नही बना सकते, वहीं कांग्रेस के भी मात्र दो ही पार्षद है और भाजपा के पार्षद पूर्ण बहुमत में दस लोग है, इस लिए भाजपा में जाने से जहां पूर्ण बहुमत वाले दस पार्षद मिल जायेगे। इसके अलावा केन्द्र सरकार व राज्य सरकार दोनो जगह भाजपा की सरकार है और विकास के लिए फंड राज्य सरकार से ही आना है, चूंकि यहां विद्यानंद कुशवाहा ने चुनाव जीतने के लिए जो जो विकास कार्य कराने का जनता से वादा किये है, उसे पूरा करना होगा इसके लिए वे भाजपा के पाले में जा सकते है, जोकि ट्रिपल इंजन की सरकार हो जायेगी तो इस क्षेत्र में जमकर विकास विद्यानंद कुशवाहा करा सकते है।