Five IAS officers transferred: केंद्र में 5 IAS की नई पोस्टिंग.. MP कैडर के फैज अहमद किदवई सिविल एविएशन के DG नियुक्त, देखें अफसरों की नई तैनाती

Five IAS officers transferred : नई दिल्ली: कैबिनेट की नियुक्ति समिति (एसीसी) ने हाल ही में प्रमुख अधिकारियों की नियुक्तियों को मंजूरी दी है। इस निर्णय के तहत निम्नलिखित परिवर्तन और पदस्थापनाएं की गई हैं:
फैज अहमद किदवई
फैज अहमद किदवई, जो भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के 1996 बैच के मध्य प्रदेश कैडर के अधिकारी हैं, को नागरिक उड्डयन मंत्रालय में नागरिक उड्डयन महानिदेशालय के महानिदेशक के रूप में नियुक्त किया गया है। यह नियुक्ति उन्हें भारत सरकार के अतिरिक्त सचिव के समकक्ष पद और वेतन पर दी गई है। इससे पहले वे कृषि एवं किसान कल्याण विभाग में अतिरिक्त सचिव के पद पर कार्यरत थे।
आकाश त्रिपाठी
माईजीओवी के वर्तमान सीईओ और 1998 बैच के मध्य प्रदेश कैडर के आईएएस अधिकारी आकाश त्रिपाठी को विद्युत मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव के रूप में नियुक्त किया गया है। उनकी यह नियुक्ति इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय से स्थानांतरण के बाद की गई है।
कमल किशोर सोन
1998 बैच के झारखंड कैडर के आईएएस अधिकारी कमल किशोर सोन को जल शक्ति मंत्रालय के पेयजल एवं स्वच्छता विभाग में जल जीवन मिशन के अतिरिक्त सचिव एवं मिशन निदेशक के रूप में नियुक्त किया गया है। उनकी यह नियुक्ति श्रम एवं रोजगार मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव के पद से स्थानांतरित होकर की गई है। इसके लिए विभाग में संयुक्त सचिव के रिक्त पद को अस्थायी रूप से अपग्रेड किया गया है।
आशुतोष अग्निहोत्री
1999 बैच के असम-मेघालय कैडर के आईएएस अधिकारी आशुतोष अग्निहोत्री को भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक के रूप में नियुक्त किया गया है। इससे पहले वे गृह मंत्रालय के गृह विभाग में अतिरिक्त सचिव के रूप में कार्यरत थे। यह नियुक्ति उन्हें भारत सरकार के अतिरिक्त सचिव के समकक्ष पद और वेतन पर दी गई है।
शुभा ठाकुर
कृषि एवं किसान कल्याण विभाग में अतिरिक्त सचिव के रूप में कार्यरत शुभा ठाकुर, जो 1989 बैच की केंद्रीय सचिवालय सेवा (सीएसएस) की अधिकारी हैं, को गृह मंत्रालय के अंतरराज्यीय परिषद सचिवालय में अतिरिक्त सचिव के रूप में नियुक्त किया गया है।
इन नियुक्तियों का उद्देश्य प्रशासनिक कार्यों को सुगठित और प्रभावी बनाना है, जिससे विभिन्न मंत्रालयों और विभागों के कार्यों में समन्वय और दक्षता सुनिश्चित की जा सके।