Gandhi Jayanti 2024: एक कहने पर पूरा देश हो गया था इकठ्ठा, महात्मा गांधी के 7 आंदोलनों ने उखाड़ दिए थे अंग्रेजों के पैर
नई दिल्लीः Gandhi Jayanti 2024 भारत देश आज महात्मा गांधी की 155वीं जयंती मना रहा है। गांधी जी को बापू कहकर भी संबोधित किया जाता है 2 अक्टूबर वही दिन है, जब भारत को एक ऐसे रत्न की प्राप्ति हुई, जिसने आजाद भारत के सपने को साकार करने में अहम भूमिका निभाई। यूं तो इस आजादी में बहुत से लोगों का अहम किरदार रहा लेकिन हमारे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का कुछ अलग ही रहा। उन्होंने हमारे देश को आजाद कराने के लिए कई आंदोलन किए। आज हम उनके उन आंदोलनों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसके कारण अंग्रेज देश छोड़ने को मजबूर हो गए।
ये है महात्मा गांधी के सात आंदोलन
चंपारण सत्याग्रह (Champaran Satyagraha)
खेड़ा आंदोलन (Kheda Movement)
रॉलेट ऐक्ट को विरोध (Protest Against The Rowlatt Act)
असहयोग आंदोलन (Non-cooperation movement)
नमक सत्याग्रह (Salt Satyagraha)
दलित आंदोलन (Dalit Movement)
भारत छोड़ो आंदोलन (Quit India Movement)
जानें महात्मा गांधी से जुडीं अन्य जानकारियां
Gandhi Jayanti 2024 महात्मा गांधी का पूरा नाम मोहनदास करमचंद गांधी था। नोबेल पुरस्कार विजेता रवींद्रनाथ टैगोर ने उन्हें महात्मा की उपाधि दी थी, जिसके बाद से ही उन्हें महात्मा गांधी कहा जाने लगा। इसके अलावा उन्हें प्यार से ‘बापू’ और ‘पिता’ भी कहा जाता है। एक वकील, राजनीतिज्ञ और सामाजिक कार्यकर्ता थे, जिनके विचार आज भी लोगों के लिए प्रेरणा का काम करते हैं।
महात्मा गांधी का जीवन
महात्मा गांधी का जन्म 2 अक्टूबर, 1869 को पोरबंदर, गुजरात में हुआ था। उन्होंने देश के स्वतंत्रता संग्राम में बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। ब्रिटिश शासन के खिलाफ अहिंसक विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करते हुए गांधी जी ने भारत को स्वतंत्रता हासिल करने में मदद की। उनके अथक प्रयास और देशप्रेम के बल पर साल 1947 में देश ने अपनी स्वतंत्रता हासिल की थी। आजादी की लंबी लड़ाई लड़ते हुए महात्मा गांधी असहयोग आंदोलन, सविनय अवज्ञा आंदोलन और भारत छोड़ो आंदोलन जैसे महत्वपूर्ण आंदोलनों का नेतृत्व किया। अहिंसा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को देखते हुए संयुक्त राष्ट्र ने 2 अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में घोषित किया है।