Namaste Yojana: इस योजना के तहत सफाई कर्मचारियों को मिलते हैं 5 लाख रुपये, जानिए कैसे उठा सकेंगे लाभ

Namaste Yojana: नई दिल्ली। केंद्र सरकार हर वर्ग के लोगों को आर्थिक सहायता देने के लिए कई तरह की योजनाएं चलाती आ रही है। इन्हीं योजनाओं में से एक है नमस्ते योजना, जिसकी शुरुआत साल 2022 में की गई थी। ये योजना देश के सफाई कर्मचारियों के लिए शुरू की गई है। बता दें कि देश में स्वच्छ भारत मिशन जैसे जन स्वच्छता अभियानों की शुरुआत की गई। इसके तहत पूरे भारत में 18 करोड़ से अधिक शौचालयों का निर्माण किया गया। इसके बाद कई रोजगार के अवसर पैदा हुए। सफाई के लिए कुशल सफाई कर्मचारियों को रोजगार दिया गया।
बता दें कि, देश को साफ रखने में सफाई कर्मचारियों का बड़ा योगदान रहा है। निस्वार्थ योगदान के बाद भी आज सफाई कर्मचारी हाशिए पर हैं। सरकार ने इन लोगों के लिए नमस्ते योजना शुरू की थी। राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी वित्त एवं विकास निगम (NSKFDC) द्वारा वित्त वर्ष 2023-24 से वित्त वर्ष 2025-26 तक तीन साल की अवधि के लिए 349.73 करोड़ रुपये के बजट के साथ राष्ट्रीय मशीनीकृत स्वच्छता पारिस्थितिकी तंत्र कार्रवाई (नमस्ते योजना) शुरू की गई।
क्या है नमस्ते योजना?
नमस्ते योजना सीवर और सेप्टिक टैंक सफाई करने वाले कर्मचारियों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करती है। दरअसल, सीवर और सेप्टिक टैंक सफाई करने वाले कर्मचारियों का काम जोखिम भरा होता है। ऐसे में ये बहुत जरूरी है कि वह सावधानी से अपनी काम करें। नमस्ते योजना इन्हीं कर्मचारियों को पीपीई किट, सुरक्षा उपकरण, व्यावसायिक सुरक्षा प्रशिक्षण, स्वास्थ्य बीमा कवरेज और काम के लिए वाहन और मशीनों के माध्यम से स्वच्छता क्षेत्र में आजीविका के अवसर दिए जाते हैं। साथ ही उन्हें अपना खुद का व्यवसाय शुरू करने के लिए भी प्रोत्साहित किया जाता है।
नमस्ते योजना का उद्देश्य
सफाई कर्मचारियों के जीवन में काफी मुश्किलें होती हैं। उनको अपने काम की वजह से कई बीमारियां हो जाती हैं। नमस्ते योजना के तहत ये सुनिश्चित करना है कि कर्मचारियों की गंदगी के चलते मौत ना हो, सफाई कर्मचारियों को मानव मल के साथ सीधे संपर्क को समाप्त करना, आपातकालीन प्रतिक्रिया स्वच्छता इकाइयों को बनाना, कर्मचारियों को काम के जोखिमों की जानकारी देकर उनको ट्रेनिंग देना है।
नमस्ते योजना के लाभ
इस योजना में कर्मचारियों को पीपीई किट, सुरक्षा उपकरण दिए जाते हैं।
कर्मचारियों को काम सिखाने के लिए प्रशिक्षण दिया जाता है।
इस योजना के तहत स्वास्थ्य बीमा कवरेज भी उपलब्ध है।
सफाई से जुड़े वाहनों और मशीनों के लिए 5 लाख रुपये तक की सब्सिडी दी जाती है।
कर्मचारियों को स्वच्छता उद्यम शुरू करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
सीवर और सेप्टिक टैंक की खतरनाक सफाई से जुड़ी ज़रूरी जानकारी देने के लिए जागरूकता अभियान चलाए जाते हैं।
इस योजना से खुद को जोड़ने के लिए कर्मचारी एक डिजिटल ऐप के जरिए रजिस्ट्रेशन कराते हैं। वहीं, पंजीकृत कर्मचारियों को इस योजना के तहत सभी लाभ मिलते हैं।