जल समाधि इसका टेंडर राजेश अग्रवाल नाम के ठेकेदार को मिला है

सबका संदेश न्यूज छत्तीसगढ़ कवर्धा- नगर पंचायत पिपरिया के नहर पारा वार्ड- 15 में सोमवार सुबह साढ़े 9 बजे खुले सेप्टिक टैंक में डूबने से 5 वर्षीय मासूम बच्ची की मौत हो गई। निर्माणाधीन मंगल भवन के लिए यह टैंक बनाया गया है। हादसे को लेकर ठेकेदार की लापरवाही सामने आ रही है। क्योंकि उसने टैंक को चेंबर से नहीं ढंका था।
मृतक अंशु पिता रवि यादव (5) नपं पिपरिया के नहर पारा वार्ड- 15 की रहने वाली थी। घर से करीब 100 मीटर दूर नगर पंचायत कार्यालय के पीछे निर्माणाधीन मंगल भवन के पास सेप्टिक टैंक बना है। सोमवार सुबह मृतक अंशु अपनी बहनों के साथ खुले सेप्टिक टैंक के पास खेल रही थी। तभी अचानक पैर फिसलने से वह टैंक में गिरी। टैंक में करीब 8 फीट पानी भरा था, जिसमें डूबने से उसकी मौत हो गई। बच्ची की लाश देखकर मां बदहवास हो गई।
पिता पेशे से ड्राइवर है, गरीब परिवार से हैं: गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वाली मासूम अंशु की 2 छोटी बहन व 1 भाई है। सभी मां गोडइया बाई के साथ पिपरिया में रहते थे। पिता रवि यादव पेशे से ड्राइवर हैं और रायपुर में रहता है। इसके पास मोबाइल नहीं होने से उसे यह खबर नहीं दे सके। मानवीयता के नाते मोहल्ले के लोगों ने ही बच्ची का अंतिम संस्कार कराया।
10 फीट गहरे खुले सेप्टिक टैंक में भरा था 8 फीट पानी, खेलते हुए पैर फिसलने से टैंक में गिरी पांच वर्षीय मासूम अंशु की डूबने से मौत, मोहल्लेवालों ने कराया अंतिम संस्कार
ठेकेदार की लापरवाही: नगर पंचायत पिपरिया के वार्ड- 15 में निर्माणाधीन मंगल भवन के लिए बना है टैंक, सुरक्षित नहीं
कवर्धा/पिपरिया- नहर पारा वार्ड-15 के निर्माणाधीन मंगल भवन के इसी सेप्टिक टैंक में डूबी थी बच्ची।
पिपरिया में नपं कार्यालय के पीछे करीब 6 हजार वर्गमीटर जमीन पर सर्व समाज मांगलिक भवन का निर्माण किया जा रहा है। इसका टेंडर राजेश अग्रवाल नाम के ठेकेदार को मिला है। 75 लाख से निर्माणाधीन इस भवन के पास 10 फीट गहरा सेप्टिक टैंक बना है, जिसे ठेकेदार ने खुला छोड़ दिया है। निर्माणाधीन भवन की तराई के लिए सेप्टिक टैंक में पानी भरा था इसमें डूबने से बच्ची की मौत हुई।
इसी निर्माणाधीन भवन की तराई के लिए भरा था पानी
जहां डूबी मासूम, उसी में बच्चों को नहलाती थी मां
घटना को लेकर पुलिस ने शुरुआती पूछताछ की। आसपास लोगों से बयान लिया गया। शुरुआत पूछताछ में पता चला है कि जिस सेप्टिक टैंक में डूबने से मासूम की मौत हुई, उसी में बच्ची नहाया करती थी। मृत बच्ची की मां गोडईया बाई ने बयान में बताया है कि वह अपने सभी बच्चों को उसी टैंक में नहलाया करती थी। हालांकि, इसमें ठेकेदार की लापरवाही है। यदि सेप्टिक टैंक को चेंबर से ढंका होता, तो शायद यह घटना नहीं होती।
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