PM Modi Speech: भारत बैंकों की तारीफ, आजादी के दीवानों को लेकर कही ये बड़ी बात, जानें अपने भाषण में पीएम मोदी ने और क्या कहा

नई दिल्ली: PM Modi Speech गुलामी की घोर अंधकार को चीरकर आज पूरा देश 78वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। आज पूरे देश आजादी की जश्न के धूम में डूबा हुआ है। इस मौके पर पीएम मोदी ने आज लाल किले पर झंडा फहराया। जिसके बाद पीएम मोदी ने देश को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने कई विषयों पर बोले। उन्होंने आजादी से पहले जनसंख्या की चर्चा की। आजादी का जिक्र किया और 2047 तक विकसित भारत बनाने का संकल्प व्यक्त किया।
प्राकृतिक आपदा
PM Modi Speech लाल किले से अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि ‘इस वर्ष और पिछले कई वर्षों से प्राकृतिक आपदा के कारण हमारी चिंता बढ़ती चली जा रही है। प्राकृतिक आपदा में अनेक लोगों ने अपने परिवार जान खोए हैं, संपत्ति खोई है। मैं आज उन सब के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं और मैं उन्हें विश्वास दिलाता हूं कि ये देश इस संकट की घड़ी में उनके साथ खड़ा है।’
देश के लिए जीने की प्रतिबद्धता
‘एक समय था कि लोग देश के लिए मरने के लिए प्रतिबद्ध थे। आज समय है देश के लिए जीने की प्रतिबद्धता का…अगर देश के लिए मरने की प्रतिबद्धता आज़ादी दिला सकती है तो देश के लिए जीने की प्रतिबद्धता समृद्ध भारत भी बना सकती है’
18,000 गांव में समय सीमा में बिजली पहुंचाएंगे
‘जब लाल किले से कहा जाता है कि देश के 18,000 गांव में समय सीमा में बिजली पहुंचाएंगे, और वो काम हो जाता है तो भरोसा मजबूत हो जाता है’
समृद्ध भारत, विकसित भारत का संकल्प
पीएम मोदी ने कहा कि आजादी से पहले सैकड़ों साल की गुलामी का हर कालखंड संघर्ष का रहा। 1857 के स्वतंत्रता संग्राम के पहले भी कई आदिवासी क्षेत्र थे जहां आजादी की जंग लड़ी जाती थी। 40 करोड़ देशवासियों ने वो जज्बा दिखाया, सामर्थ्य दिखाया, एक सपना और संकल्प लेकर चलते रहे- भारत की आजादी का। हमारी रगों में उन्हीं का खून है। 40 करोड़ लोगों ने गुलामी की जंजीरों को तोड़ दिया था, दुनिया की महासत्ता को उखाड़ फेका था।
“नई आधुनिक प्रणाली बनाई जा रही है”
पीएम मोदी ने कहा कि चाहे वह पर्यटन, शिक्षा, स्वास्थ्य, एमएसएमई, परिवहन, खेती और कृषि क्षेत्र हों, हर क्षेत्र में एक नई आधुनिक प्रणाली बनाई जा रही है। हम एकीकरण द्वारा सर्वोत्तम प्रथाओं को अपनाकर आगे बढ़ना चाहते हैं।
भारत बैंकों की PM मोदी ने की तारीफ
लाल किले से पीएम मोदी ने कहा, “पहले लोग सुविधाओं के लिए सरकार से गुहार लगाते थे, अब उन्हें सुविधाएं दरवाजे पर मिलती हैं। हमारे द्वारा चुना गया सुधार का मार्ग विकास का खाका बन गया है। भारतीय बैंकों की गिनती अब दुनिया के सबसे मजबूत बैंकों में की जाती है। सुधारों के प्रति हमारी प्रतिबद्धता अस्थायी प्रशंसा या मजबूरियों के कारण नहीं है, बल्कि देश को मजबूत करने का संकल्प इसका कारण है।
“रिफॉर्म्स का हमारा रास्ता एक प्रकार से ग्रोथ का ब्लूप्रिंट”
PM मोदी ने कहा कि हमें एक बड़ी जिम्मेदारी दी गई थी और हमने जमीन पर बड़े सुधार पेश किए। मैं देशवासियों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि सुधारों के प्रति हमारी प्रतिबद्धता गुलाबी कागज के संपादकीय तक सीमित नहीं है। सुधारों के प्रति हमारी प्रतिबद्धता किसी के लिए नहीं है। हमारी रिफॉर्म प्रक्रिया किसी मजबूरी के तहत नहीं है, ये देश को मजबूत करने के इरादे से है। इसलिए, मैं कह सकता हूं कि रिफॉर्म्स का हमारा रास्ता एक प्रकार से ग्रोथ का ब्लूप्रिंट है, यह बदलाव केवल वाद-विवाद क्लबों, बौद्धिक समाजों और विशेषज्ञों के लिए चर्चा का विषय नहीं है। हमने राजनीतिक मजबूरियों के लिए ऐसा नहीं किया. हमारा एक ही संकल्प है- राष्ट्र प्रथम।”
“हमारे CEO की दुनिया में धाक”
लाल किले से पीएम मोदी ने कहा कि मुझे इस बात का भी गर्व है की हमारे CEO दुनिया भर के अंदर अपनी धाक जमा रहे हैं। एक तरफ भारत के CEO भारत का नाम बढ़ा रहे हैं, वहीं 1 करोड़ सामान्य परिवार की महिलाएं लखपति दीदी बनी हैं। दोनों ही गर्व की बात हैं।