मुंबई: फैमिली इमरजेंसी का बहाना बनाकर महाबलेश्वर घूमने पहुंचा था वाधवान परिवार – The Wadhawan family had come to visit Mahabaleshwar as an excuse for family emergency | nation – News in Hindi


लॉकडाउन के बीच DHFL मामले से जुड़े कपिल वाधवान समेत 22 लोग महाबलेश्वर पहुंच गए.
उद्धव सरकार ने इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए गृह विभाग के विशेष सचिव और एडिशनल डीजीपी अमिताभ गुप्ता को तत्काल प्रभाव से अनिवार्य अवकाश (फोर्स लीव) पर भेज दिया है.
कपिल वाधवान समेत 22 लोगों के इस तरह एकाएक महाबलेश्वर पहुंचने का मामला जैसे ही मीडिया के सामने आया वैसे ही विपक्ष की ओर से उद्धव सरकार पर हमला तेज कर दिया गया. पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी इस तरह के वीआईपी ट्रीटमेंट पर सवाल खड़े किए.

महाराष्ट्र गृह विभाग के विशेष सचिव और एडिशनल डीजीपी अमिताभ गुप्ता की चिट्ठी.
इस बीच जांच में पता लगा कि वाधवान बंधु को सरकार की तरफ से ही वीवीआईपी ट्रीटमेंट दिया गया था. सरकार की ओर से जारी एक पत्र में कहा गया है कि वाधवान परिवार को कोई पारिवारिक इमरजेंसी है, जिसके कारण उन्हें महाबलेश्वर जाने की इजाजत दी जाए. हालांकि, जांच में ऐसी कोई भी इमरजेंसी का पता अभी तक नहीं चला है.इस संबंध में जब पुलिस ने वाधवान बंधुओं से महाबलेश्वर आने का कारण पूछा तो उनकी ओर से एक चिट्ठी दिखाई गई. ये चिट्ठी महाराष्ट्र के प्रिंसिपल सेक्रेटरी (होम) अमिताभ गुप्ता की थी, जो 8 अप्रैल को जारी की गई थी.
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फोर्स लीव पर भेजे गए अमिताभ गुप्ता
उद्धव सरकार ने इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए गृह विभाग के विशेष सचिव और एडिशनल डीजीपी अमिताभ गुप्ता को तत्काल प्रभाव से अनिवार्य अवकाश (फोर्स लीव) पर भेज दिया है. इस बात की जानकारी महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने दी. दरअसल, देवेंद्र फडणवीस ने ट्वीट किया, ‘महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख से यह पूछताछ की जाएगी कि वाधवान परिवार के 23 लोगों को खंडाला से महाबलेश्वर तक यात्रा करने की अनुमति कैसे मिली’.
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