आदिशक्ति माँ जगदम्बा मंदिर में 348 मनोकामना ज्योति कलश प्रज्जवलित, 348 Manokamna Jyoti Kalash lit in Adishakti Maa Jagdamba Temple

भिलाई / आदिशक्ति माँ जगदम्बा मंदिर महाराणा प्रताप भवन परिसर सेक्टर 7 में चैत्र नवरात्रि के अवसर पर 348 मनोकामना ज्योति कलश प्रज्जवलित किये गये हैं। लॉकडाऊन व कोरोना संक्रमण काल के मद्देनजर जिला प्रशासन के दिशा निर्देश के अनुरूप मंदिर परिसर व मंदिर में पूजा पाठ का कार्यक्रम सम्पन्न हो रहा है। पं. संतोष कुमार तिवारी, पं.शिवम पाण्डेय द्वारा चैत्र नवरात्रि के प्रथम दिन घट स्थापना, वेदी पूजन, देवी अवाहान के बाद सुबह 11.36 बजे से ज्योति कलश की स्थापना की गई। वहीं माता आदिशक्ति माँ जगदम्बा के मंदिर में सुबह के समय पं. रजनीश मिश्रा द्वारा माताजी के श्रृंगार के उपंरात पूजा पाठ कर मुख्य मनोकामना ज्योति मातारानी के समक्ष प्रज्जवलित किया गया। प्रतिदिन माताजी का श्रृंगार व पूजा पाठ की विधि पं.रजनीश मिश्रा द्वारा सम्पन्न करायी जा रही है। वहीं वेदी घट स्थापना मनोकामना ज्योति कलश का पूजन की विधि सुबह शाम पं.संतोष कुमार तिवारी, पं.शिवम पाण्डेय द्वारा माता रानी के मंदिर के गर्भगृह में वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ सम्पन्न हो रहा है। पं. शिवम पाण्डेय द्वारा रोजाना सुबह शाम माता रानी का पाठ भी किया जाता है। पं.संतोष कुमार तिवारी ने बताया कि, 20 अप्रैल को संध्या 4 बजे महाअष्टमी हवन सम्पन्न होगा एवं 21 अप्रैल को संध्या 5.30 बजे ही मंदिर परिसर में स्थित कुण्ड में ज्योति कलश व ज्वारों का विसर्जन सम्पन्न होगा जो मंदिर के पुजारियों द्वारा सम्पन्न कराया जायेगा। चैत्र नवरात्रि आयोजन समिति के प्रमुख अरविंद सिंह, संजय सिंह व सुनील कुमार सिंह ने बताया कि, लॉकडाऊन व कोरोना संक्रमण के मद्देनजर जिला प्रशासन के दिशा के अनुरूप इस वर्ष नवरात्रि के अवसर पर किसी भी प्रकार का मंदिर परिसर में जशगीत, भक्ति संध्या, रामायण, सुंंदर कांड एवं अन्य किसी भी प्रकार के धर्मिक कार्यक्रम का आयोजन पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा इसी के साथ ही साथ पंचमी से नवमी तक प्रतिवर्ष आयोजित भोग भंडारा का कार्यक्रम भी स्थगित कर दिया गया है।
समिति के सदस्यों ने बताया कि, मंदिर परिसर में श्रद्धालु सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए सैनिटाईज का उपयोग कर आदिशक्ति मातारानी माँ जगदम्बा जी का प्रतिदिन दर्शन कर सकते हैं। नवरात्री पूर्व पूरे मंदिर परिसर को सैनिटाईज किया गया ।