भोथीडीह को लोहारी पंचायत से न जोड़ा तो चुनाव का बहिष्कार

भोथीडीह को लोहारी पंचायत से फिर से जोड़ने की मांग करते ग्रामीण।
सुहेला सबका संदेश न्यूज छत्तीसगढ़- नगर से महज का 5 किलोमीटर दूर स्थित लगभग 400 की आबादी वाली लोहारी पंचायत के आश्रित ग्राम भोथीडीह के ग्रामीण पिछले कार्यकाल में जमुनैया नाला के उस पार भंवरगढ़ पंचायत में शामिल कर दिए जाने से काफी दुखी हैं। अब ग्रामीणों ने पुराने पंचायत मुख्यालय लोहारी में नहीं जोड़े जाने पर आगामी पंचायत चुनाव का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है। इसके लिए लोग पहले ही जनपद पंचायत सिमगा, एसडीएम, कलेक्टर और मुख्यमंत्री तक से मांग कर चुके हैं। 10 नवंबर को मुख्यमंत्री के बिटकुली प्रवास पर भी संबंधित मांग की जाएगी।
ग्राम के लक्ष्मीकांत वर्मा, मिलऊ वर्मा, बिसौहा वर्मा, बृजलाल निषाद, खुमान ध्रुव सहित ग्रामीणों ने सिमगा जनपद के अधिकारियों पर आरोप लगाते हुए बताया कि उन्हें धोखे से भंवरगढ़ पंचायत में शामिल कर दिया गया है, जिससे उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। ग्रामीणों के अनुसार भोथीडीह से लोहारी मात्र एक किलोमीटर है, वहीं शिकारीकेसली की दूरी 2 किलोमीटर पक्की सड़क से जुड़ा हुआ है जबकि भंवरगढ़ से भोथीडीह के बीच की दूरी 3 किलोमीटर है। इसके अलावा बीच में स्थित जमुनैया नाला पर न तो पुल है न ही पहुंचने के लिए पक्की सड़क। आलम यह है नाले में पानी भरे होने के कारण जुलाई से लेकर फरवरी माह तक 8 महीने आवागमन बाधित रहता है। इस कारण पंचायत मुख्यालय भंवरगढ़ घूमकर जाने में 8 से 16 किलोमीटर की दूरी तय करना पड़ता है।
ग्रामीणों के अनुसार पंचायत मुख्यालय भंवरगढ़ और आश्रित ग्राम भोथीडीह का पुलिस थाना, पटवारी हलका नंबर, प्राथमिक सहकारी समिति, बैंक शाखा तथा धान उपार्जन केंद्र अलग-अलग हैं परंतु भंवरगढ़ मुख्यालय के आश्रित ग्राम होने के कारण भोथीडीह के सभी मुख्यालय बदल जाने से सुहेला से जुड़े गांव को लंबी दूरी तय करना पड़ेगा और भारी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। ग्रामीणों ने उपरोक्त विषम परिस्थितियों के निवारण के लिए लोहारी पंचायत मुख्यालय में जोड़े जाने की मांग शासन से की है।
विज्ञापन समाचार हेतु सपर्क करे-
9425569117/7580804100