Prashant Kishor on Election Result: प्रशांत किशोर का बड़ा दावा.. बताया, ‘तीसरी बार भी देश में मोदी सरकार’.. बंगाल में भी पार्टी कर रही कमाल..
नई दिल्ली: 2014 के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री मोदी के साथ काम कर चुके राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने लोकसभा चुनाव के परिणामों को लेकर बड़ा दावा किया हैं। उनके इस दावे जहां भाजपा को राहत पहुंचाने वाले हैं तो वही इंडिया ब्लॉक के लिया चिंता पैदा करने वाला भी। (Prashant Kishore claims Modi government will return again) प्रशांत किशोर ने एक हिंदी समाचार चैनल से हुई बातचीत में लोकसभा चुनाव के संभावित परिणामों पर बड़े दावे किये हैं।
Lok Sabha General Election 2024 Possible Result
फिर से मोदी सरकार
बातचीत के दौरान पूछे गए सवाल पर प्रशांत किशोर ने कहा कि पूर्व और दक्षिण में बीजेपी का वोट शेयर और सीटें दोनों ही बढ़ती दिख रही हैं। इन क्षेत्रों में सीटें बढ़ने के साथ ही बीजेपी का वोट शेयर भी बढ़ सकता है। दक्षिण-पूर्व में बीजेपी को 15-20 सीटों का फायदा हो सकता है। पश्चिम-उत्तर में भी बीजेपी को कोई खास नुकसान होता नहीं दिख रहा है। बकौल प्रशांत किशोर देश की जनता में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर किसी तरह का गुस्सा नहीं हैं। वे मानते हैं कि 2019 के मुकाबले बेहतर आंकड़ों के साथ भाजपा वापसी कर रही हैं।
प्रशांत किशोर ने कहा कि ओडिशा, बंगाल जैसे पूर्वी राज्यों में बीजेपी की सीटें घटेंगी नहीं, बल्कि बढ़कर ही आने वाली है। (Prashant Kishore claims Modi government will return again) उन्होंने दावा किया कि एक बार फिर बीजेपी की वापसी हो रही है। बीजेपी लोकसभा चुनाव में पहले से ज्यादा सीटे ला सकती है।
Who is prashant kishor?
कौन हैं प्रशांत किशोर
प्रशांत किशोर देश के जानें-मानें चुनावी रणनीतिकार हैं। उन्होंने 2014 में भाजपा को जीत दिलाने और तब के गुजरात के सीएम नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री की कुर्सी तक पहुँचाने में अहम् भूमिका निभाई थी। मूलतः बिहार के रहने वाले प्रशांत किशोर ने भाजपा के अलावा कई अन्य पार्टियों के साथ मिलकर काम किया। इनमें ममता बनर्जी की टीएमसी और बिहार में जदयू प्रमुख हैं। प्रशांत किशोर के कौशल को देखते हुए सीएम नीतीश कुमार ने उन्हें कैबिनेट मंत्री तक का दर्जा दे दिया था। हालाँकि दोनों के बीच हुए अनबन के बाद प्रशांत किशोर नीतीश से अलग हो गए। फिलहाल प्रशांत किशोर बिहार के ग्रामीण इलाकों में लोगों के बीच जनसुराज अभियान के नाम से चुनावी जनजागरूकता का कार्यक्रम चलाते हैं। वे राजद और उनके नेता तेजस्वी के विरोधी भी मानें जाते हैं।