लोकसभा में भी उछला बिरनपुर हत्याकांड, विधायक ईश्वर साहू चुन-चुनकर ले रहे बदला!
Biranpur murder case also raised in Lok Sabha: रायपुर। लोकसभा चुनाव में भी बिरनपुर का मुद्दा जोरशोर से गूंज रहा है। भाजपा के विधायक और बिरनपुर कांड में मृतक के पिता ईश्वर साहू चुनावी सभाओं में ये मुद्दा उठा कर भूपेश सरकार पर एक विशेष वर्ग को संरक्षण देने का आरोप लगा रहे हैं ।
भारतीय जनता पार्टी इस लोकसभा चुनाव में अपनी रणनीति के तहत साहू बाहुल्य इलाके में ईश्वर साहू को स्टार प्रचारक के रूप में इस्तेमाल कर रही है। ईश्वर साहू चुनावी सभा में बिरनपुर में हुई आप बीती सुनते हुए भूपेश सरकार, तत्कालीन गृहमंत्री और साहू समाज के नेता ताम्रध्वज साहू पर निशाना साध रहे हैं । जिन्होंने ईश्वर साहू की मदद नहीं की उनसे चुन चुनकर बदला ले रहे हैं।
read mroe: ‘मिलनी चाहिए हिजाब पहनने की आजादी, मैं ड्रेस कोड के सख्त खिलाफ’… JNU से फिर उठी मांग
ईश्वर साहू ताम्रध्वज साहू पर समाज के नाम से राजनीति करने का आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने ताम्रध्वज साहू को “बरसाती मेंढक” बताते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार में विशेष समुदाय ने मेरे बच्चे की हत्या की, तत्कालीन गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू मेरे घर तक नहीं आए आज समाज हितैषी के नाम पर ताम्रध्वज वोट मांग रहे है । उन्होंने ये भी आरोप लगाया है कि ताम्रध्वज साहू अपने स्वार्थ से समाज का उपयोग कर रहे हैं।
Biranpur murder case also raised in Lok Sabha: इधर डिप्टी सीएम और गृह मंत्री विजय शर्मा ने द्वितीय चरण की वोटिंग के ठीक पहले बिरनपुर, भगवा अपमान और हिंदुत्व का मुद्दा उठाते हुए कहा कि राजनांदगांव से पूर्व सीएम भूपेश बघेल को वोट देना याने कि मोहम्मद अकबर, ढेबर को वोट देना । उन्होंने आरोप लगाया है कि कांग्रेस सरकार में तुष्टिकरण की नीति कितनी परवान चढ़ी सब जानते हैं । जब भगवा ध्वज का अपमान हुआ, बिरहानपुर में घटना हुई तो सुध लेने वाला कोई नहीं था । इन सभी मामलों का उल्लेख कर गृह मंत्री ने राजनांदगांव की जनता से सोच समझकर वोट करने की अपील की है ।
इस मामले में पलटवार करते हुए पूर्व गृहमंत्री और महासमुंद के कांग्रेस प्रत्याशी ताम्रध्वज साहू ने कहा कि भाजपा चुनाव में ईश्वर साहू का उपयोग कर रही है । भाजपा साहू समाज के वोट को बांटना चाहती है । ईश्वर साहू को ये बात समझनी चाहिए । वोटिंग के ठीक पहले बिरनपुर, भगवा अपमान, हिंदुत्व और साहू समाज के अपमान का मामला उठाकर भारतीय जनता पार्टी इन मुद्दों पर मतदाताओं का ध्यान एक बार फिर से दिलाना चाहती है । अब देखना यह होगा कि विधानसभा चुनाव की तरह लोकसभा चुनाव में भी यह मुद्दा कितना असर करता है ।