दिल्ली

इंसानियत का जीता जागता उदाहरण है जय गौतम चैरिटेबल ट्रस्ट

इंसानियत का जीता जागता उदाहरण है जय गौतम चैरिटेबल ट्रस्ट

  • जय गौतम चैरिटेबल ट्रस्ट फरीदाबाद ने एम्स में एड़मिट निर्धन पत्रकार को प्रदान की 1 लाख रूपये की आर्थिक सहायता
  • जंग बहादुर जैन फरीदाबाद ने ईलाज के लिए दिल्ली में रूकने, खाने-पीने की व्यवस्था करने के साथ-साथ अपने मित्रों से आर्थिक सहायता दिलवाने में निभायी महत्वपूर्ण भूमिका

नई दिल्ली।
फरीदाबाद का जय गौतम चैरिटेबल ट्रस्ट अपने मानवता भलाई के कार्यो से देशभर में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहा है। इसी क्रम में ट्रस्ट ने उत्तर प्रदेश राज्य के जनपद बागपत में रहने वाले जरूरतमंद निर्धन स्वतंत्र पत्रकार विपुल जैन को एम्स दिल्ली में ईलाज के लिए 1 लाख रूपये की आर्थिक सहायता प्रदान की और उसके जीवन की रक्षा करने में महत्वपूर्ण योगदान किया। विपुल जैन ने बताया कि 1 दिसम्बर वर्ष 2023 को उनको बहुत अधिक मात्रा में खून की उल्टी और खून के दस्त हुए थे। आनन-फानन में उनके बड़े भाई ने उनको सर गंगाराम हास्पिटल नई दिल्ली में एड़मिट कराया। उसके बाद 6 दिसम्बर वर्ष 2023 को एम्स दिल्ली के प्राईवेट वार्ड में एड़मिट कराया। कहा कि ईलाज में आ रहे क्षमता से अधिक खर्च, ईलाज के लिये गये कई लाख रूपये के कर्ज, जनप्रतिनिधियों से सहयोग ना मिल पाने और आर्थिक स्थिति कमजोर होने की वजह से साहस टूटने लगा था। ऐसे समय में जय गौतम चैरिटेबल ट्रस्ट फरीदाबाद के जंग बहादुर जैन देवदूत रूप में सामने आये और हर सम्भव सहायता देने का आश्वासन देते हुए उन्होने ट्रस्ट के लोगों को इसकी सूचना दी। ट्रस्ट ने आवश्यक जानकारी प्राप्त करने के उपरान्त अविलम्ब 1 लाख रूपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जो उन्होने सीधे एम्स दिल्ली के खाते में स्थानान्तरित कर दी। विपुल जैन ने बताया कि इसके अलावा भी ट्रस्ट के जंग बहादुर जैन ने ईलाज के उपरान्त एम्स में ईलाज करवाने के लिए दिल्ली में रहने और खाने पीने की व्यवस्था करवाने की बात कही और हर कदम पर मेरे भाई का उत्साहवर्धन किया। साथ ही साथ जंग बहादुर जैन ने अपने मित्रों के माध्यम से भी मेरी आर्थिक सहायता करवाई। बताया कि लगभग 55 दिनों तक दिल्ली के विभिन्न अस्पतालों में ईलाज चलने के उपरान्त वह अब खतरे से बाहर है और धीरे-धीरे सही हो रहे है। कहा कि जंग बहादुर जैन और जय गौतम चैरिटेबल ट्रस्ट फरीदाबाद ने जो निस्वार्थ भाव से उनको सहायता प्रदान की उसके लिए वो जीवन भर ट्रस्ट के आभारी रहेंगे।

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