शीघ्र अस्तित्व में आ सकता है भिलाई शहर जिला कांग्रेस कमेटी

प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रस्ताव पर साल भर बाद मुहर लगने का संकेत
भिलाई । कांग्रेस पार्टी में भिलाई को शहर जिला संगठन का दर्जा दिए जाने की ढाई दशक पुरानी मांग शीघ्र पूरी होने का संकेत है। स्थानीय कांग्रेसजनों की निगाहें दिल्ली में आने वाले दिनो होने वाली पार्टी की बैठकों पर टिकी हुई है। इन बैठकों में सोलह महीने पहले प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रेषित प्रस्ताव पर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की मुहर लग सकती है।
नगरीय निकाय चुनाव में पहले जिला कांग्रेस अध्यक्षों की घोषणा पार्टी द्वारा किए जाने की चर्चा है। इसी दौरान भिलाई शहर जिला कांग्रेस कमेटी के लिए भी अध्यक्ष की घोषणा किए जाने का संकेत मिल रहा है। हालांकि अभी तक भिलाई को स्वतंत्र जिला इकाई बन जाने की औपचारिक घोषणा नहीं हो पाई है। लेकिन माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में दिल्ली में होने वाली बैठक में पार्टी भिलाई शहर जिला कांग्रेस कमेटी के प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा प्रेषित प्रस्ताव को मंजूरी दे सकती है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के द्वारा मंजूरी मिलने के बाद आने वाले दिनों में अन्य संगठन जिलों के साथ ही भिलाई शहर के लिए भी अध्यक्ष के नाम की घोषणा कर दी जाएगी।
गौरतलब रहे कि भिलाई को शहर जिला कांग्रेस कमेटी का दर्जा देने वाले प्रस्ताव को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के अध्यक्ष रहते प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने 1 जुलाई 2018 को पारित करने के बाद अनुमोदन के लिए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी को भेजा है। इस तरह 16 महीना बीतने के बावजूद प्रदेश कांग्रेस कमटी के प्रस्ताव को दिल्ली से मंजूरी का इंतजार खत्म नहीं हो पाया है।
कांग्रेस पार्टी के संविधान में ही नगर निगम क्षेत्र को स्वतंत्र संगठन जिला बनाए जाने का प्रावधान रखा गया है। नगर निगम का गठन वर्ष 1999 में होने से 20 वर्ष पहले ही पार्टी संविधान के तहत भिलाई स्वतंत्र जिला संगठन की पात्रता हासिल कर चुका है। हालांकि इससे पांच छह साल पहले से ही भिलाई को अलग जिला कांग्रेस कमेटी बनाए जाने की मांग को लेकर आवाज बुलन्द होती रही है। यहां पर यह बताना भी लाजिमी है कि दुर्ग शहर भिलाई के मुकाबले आबादी और क्षेत्रफल की दृष्टि से कम व छोटा है। इसके बाद भी दुर्ग को काफी पहले से ही शहर जिला कांग्रेस कमेटी का दर्जा प्राप्त है। इसके लिए दुर्ग शहर का नगर निगम के दायरे में होना कांग्रेस पार्टी के संविधान के आधार पर अहम माना जाता रहा है। लेकिन भिलाई को निगम बनने के 20 साल बाद भी उपेक्षित रखे जाने से स्थानीय कांग्रेसजनों में एक अलग तरह की निराशा का भाव बना हुआ है।
ढाई विधानसभा में विस्तृत है दायरा
भिलाई शहर का दायरा ढाई विधानसभा क्षेत्र में विस्तृत है। आबादी 10 लाख के करीब है। इसमें भिलाई नगर और वैशाली नगर विधानसभा का संपूर्ण क्षेत्र आता है। जबकि दुर्ग ग्रामीण विधानसभा में शामिल 12 वार्डों की विशालता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उन्हें मिलाकर रिसाली के नाम से एक और स्वतंत्र नगर निगम बनाने की तैयारी है। बावजूद इसके भिलाई को शहर जिला कांग्रेस कमेटी बनाने की मांग पर स्थानीय कांग्रेसजनों को अब तक सिर्फ आश्वासन ही मिलता रहा है। अब दिल्ली से उड़ती हुई आने वाली सकारात्मक खबरों ने लंबे समय से प्रतीक्षारत कांग्रेसजनों की उम्मीदों का एक बार फिर जागृत कर दिया है।
डेढ़ साल पहले राहुल गांधी से हुई थी मांग
मई 2018 में जनसंवाद कार्यक्रम में शामिल होने तात्कालिन पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी दुर्ग प्रवास आए थे। इस दौरान कांग्रेस नेता महेश जायसवाल ने राहुल गांधी से संवाद करते हुए भिलाई शहर जिला कांग्रेस कमेटी गठन में हो रही लेटलतीफी का मुद्दा उठाया था। इस दौरान पार्टी के प्रभारी महासचिव पीएल पुनिया की उपस्थिति में राहुल गांधी ने शीघ्र ही भिलाई को शहर जिला का दर्जा देने की सहमति जताई थी। इसके बाद प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने भी 1 जुलाई 2018 को इस संबंध में प्रस्ताव पारित कर अखिल भारतीय कांग्रेस केटी को प्रेषित कर दिया है। लेकिन उस प्रस्ताव को मंजूरी मिलने का इंतजार लंबा होता जा रहा है।