Korba Latest News: सरकारी संरक्षण पाने BJP में पाना चाहते थे एंट्री.. इलाके के नेताओं कि वजह से नही हो सका मुमकिन, जाने कौन थे ये लोग..

कोरबा: विधानसभा चुनाव के बाद प्रदेश में सरकार बदल चुकी हैं। कई ऐसे लोग जो पिछली सरकार में अवैध कामों में लिप्त थे, नई सरकार में उनकी दाल नही गल रही। उनके काम ठप्प पड़ चुके है और उनपर प्रशासन ने भी भौहें टेढ़ी कर ली है। (Korba Latest News) ऐसे में अब उनके सामने एक ही उपाय बचा है। वो अब दलबदल कर मौजूदा शासन और प्रशासन के करीब आना चाहते है, सत्ताधारी दल का संरक्षण पाना चाहते है। लेकिन इस बीच खुद सत्ता दल के नेता भी सक्रिय हो चुके है। तमाम प्रवेश के बीच वह इस बात पर नजर रखे हुए कि दूसरे दलों से आने वाले नेता बागी हो पर दागी ना हो। वही उनकी यह कोशिश कामयाब होती भी नजर आ रही है।
स्थानीय नेताओं की सक्रियता आई काम
दरअसल कोरबा जिले के कोयलांचल यानी कुसमुंडा क्षेत्र में कबीर चौक कुसमुंडा में भाजपा का बड़ा प्रवेश कार्यक्रम आयोजित होना था और मंगलवार दोपहर से ही मंच को सजाने का काम चल रहा था। मंगलवार देर शाम तक टेंट भी गाड़ दिए गए लेकिन रात को पता चला कि यह कार्यक्रम रद्द कर दिया गया है। भाजपा सूत्रों ने जो जानकारी उपलब्ध करायी है, उसके मुताबिक कुसमुंडा कबीर चौक के पास लगी कालोनी में बाहर प्रांत से आये लोगों द्वारा 17-18 एसईसीएल क्वाटर को कब्जा में लेकर कई वर्षों से रह रहे हैं और कांग्रेस के शासनकाल में इनके द्वारा कथित तौर पर एसईसीएल कुसमुंडा, गेवरा, दीपका की खदानों से लाठी, बंदूक के बल पर डीजल चोरी एवं कोयला चोरी का अवैध कार्य किया जा रहा था। (Korba Latest News) राजनीतिक संरक्षण मिलने के कारण इनका हौसला इतना बुलंद हो गया था कि कई बार इनके द्वारा गोली भी चलायी गई और अन्य अपराधों में इस कुनबा के कई के खिलाफ गंभीर अपराध भी दर्ज हैं। ऐसे चेहरों को भाजपा में प्रवेश कराने की तैयारी लगभग पूरी हो गई थी, लेकिन स्थानीय भाजपा नेताओं के विरोध के कारण इनका भाजपा प्रवेश नहीं हो सका।
सतर्क है संगठन के नेता
कुछ भाजपा नेताओं ने कहा कि ऐसे कथित कांग्रेस नेताओं को भाजपा में प्रवेश कराने पर भाजपा को फायदा नहीं होने वाला और इनके भाजपा में आने के बाद पार्टी की छवि खराब होती। स्थानीय नेताओं के कारण भाजपा की एक बड़ी चूक होने से बच गई।