कवर्धा

कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा प्रक्षेत्र दिवस का किया गया आयोजन

कवर्धा, 15 मार्च 2024। कृषि विज्ञान केन्द्र, कवर्धा द्वारा बुधवार को सहसपुर लोहारा विकासखंड के ग्राम हीरापुर में राष्ट्रीय दलहन मिशन अन्तर्गत एवं अखिल भारतीय समन्वित मृदा परीक्षण फसल अनुक्रिया सहसंबंध परियोजना के अनुसूचित जाति उपयोजना के तहत मृदा परीक्षण आधारित संतुलित उर्वरक उपयोग पर चना का समूह फसल प्रदर्शन कार्यक्रम किया गया। जिसके तहत ग्राम हीरापुर में फसल चना किस्म आरवीजी 202 का प्रदर्शन किया गया। प्रसल प्रर्दशन का उदे्दश्य जिले में दलहन फसल के रकबे एवं पैदावार को बढ़ावा देना है। प्रक्षेत्र दिवस मेंं चना उत्पादन तकनिकी जैसे उन्नत किस्म के बीज एवं सम्पूर्ण फसल सुरक्षा की जानकारी किसानो को दी गई। कार्यक्रम के दौरान कबीरधाम जिलें के प्रमुख फसलें धान, सोयाबीन, गन्ना एवं चना उत्पादन तकनीकी के बारे में किसानों को अवगत कराया गया।
प्रक्षेत्र दिवस के अवसर पर इंदिरा गांधी कृषि विश्व विद्यालय रायपुर के वैज्ञानिक डॉ. राकेश वनवासी ने किसानों को अखिल भारतीय समन्वित मृदा परीक्षण फसल अनुक्रिया सहसंबंध परियोजना की विस्तृत जानकारी दी साथ ही किसानों को मृदा परीक्षण की सम्पूर्ण विधि एवं उसके फायदे के बारे में बताया। वैज्ञानिक डॉ. गौरव जाटव ने चने फसल में उर्वरक प्रबंधन की जानकारी दी गई। डॉ. बी.पी. त्रिपाठी ने चना में लगने वाले प्रमुख रोग एवं कीट का समन्वित प्रबंधन पर विस्तार पूर्वक जानकारी दी एवं दलहन एवं तिलहन फसल को बढ़ावा देने के लिए अच्छे बीज एवं उन्नत तकनीकी किसानो का बताई। उन्होंने कहा कि ट्राइकोडर्मा एक जैविक फफूंदनाशक है, जिसके उपयोग से चने की प्रमुख बिमारी, कॉलर रॉट, जड़ सड़न जैसे विकट बिमारियों का प्रबंधन किया जा सकता है। कृषि विज्ञान केन्द्र, कवर्धा के वैज्ञानिक डॉ. एन.सी. बंजारा ने उन्नत किस्म के बीज एवं उर्वरक प्रबंधन की जानकारी दी गई। इंजी. टी. एस. सोनवानी द्वारा कृषि में यंत्रों का उपयोग एवं रख-रखाव के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी कृषकों को दी गई। ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी कुमारी मोनिका ने कृषि विभाग की विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी। इस कार्यक्रम के अंतर्गत ग्राम हीरापुर के सैकड़ो अधिक किसानो की सहभागिता रही एवं कृषकों के प्रक्षेत्र में लगे चने प्रक्षेत्र का भ्रमण एवं अवलोकन किया गया।

Related Articles

Back to top button