वोरा ने सीएम विष्णुदेव साय और वित्त मंत्री ओपी चौधरी को लिखा पत्र
वोरा ने सीएम विष्णुदेव साय और वित्त मंत्री ओपी चौधरी को लिखा पत्र
दुर्ग शहर में लक्ष्मण झूला, शिवनाथ रिवर फ्रंट, एस्ट्रो टर्फ सहित कई प्रमुख विकास योजनाओं के लिए राशि मंजूर करने का आग्रह किया
अधूरे कार्यों को तत्काल प्रारंभ करने और बजट में स्वीकृत योजनाओं के लिए राशि का प्रावधान करें : वोरा
पूर्व विधायक अरुण वोरा ने आज मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और वित्त मंत्री ओपी चौधरी को पत्र लिखकर दुर्ग शहर के समग्र विकास के लिए बजट में राशि स्वीकृत करने की मांग की है। वोरा ने कहा कि विधानसभा चुनाव आचार संहिता लागू होने से पहले से दुर्ग शहर में कई महत्वपूर्ण विकास कार्य स्वीकृत किये जा चुके थे, लेकिन राशि के अभाव में इन कार्यों को प्रारंभ नहीं किया जा सका। इन सभी विकास योजनाओं के लिए बजट में राशि स्वीकृत कर जनहित के कार्यों को अविलंब प्रारंभ करने की महती आवश्यकता है।
वोरा ने कहा कि दुर्ग शहर में शिवनाथ नदी रिवर फ्रंट कार्य हेतु 11 करोड़ रुपए की स्वीकृति दी जा चुकी है। इसी तरह शिवनाथ नदी पर प्रस्तावित लक्ष्मण झूला के लिए बजट में 30 करोड़ की राशि का प्रावधान किया गया था। ये कार्य प्रारंभ करने के लिए बजट में राशि का प्रावधान किया जाना चाहिए। इन दोनों प्रमुख योजनाओं से दुर्ग शहरवासियों को विकास की बड़ी सौगात मिलेगी।
वोरा ने कहा कि दुर्ग शहर में एस्ट्रो टर्फ हॉकी मैदान की स्वीकृति हो चुकी है। यह कार्य भी अविलंब शुरू किया जाना चाहिए। शहर के तालाबों के संधारण के लिए 6 करोड़ स्वीकृत किये गए थे, जिसके लिए बजट में राशि का प्रावधान किया जाना चाहिए। इंदिरा मार्केट व समृद्धि बाजार में डोम शेड, नाली निर्माण और प्रकाश व्यवस्था हेतु 10 करोड़ स्वीकृत किया जा चुका है। इंदिरा मार्केट में मल्टी लेवल पार्किंग निर्माण के लिए 10 करोड़, रीपा के अंतर्गत पोटिया में निर्माण कार्य के लिए 5 करोड़, शिवनाथ नाला डायवर्सन के अधूरे कार्य को तत्काल पूरा कराने की जरूरत है।
वोरा ने कहा कि साइंस कालेज परिसर में ऑडिटोरियम निर्माण पर 12 करोड़ खर्च हो चुके हैं। बचे कार्यों के लिए 5 करोड़ की आवश्यकता है। इसी तरह जिला अस्पताल परिसर में क्रिटिकल केयर यूनिट निर्माण के लिए 25 करोड़ स्वीकृत किये गए थे, यह कार्य अपूर्ण है। शहर में स्ट्रीट लाइट व्यवस्था के लिए 3 करोड़ रुपए की आवश्यकता है। उरला-बघेरा में अंडरब्रिज निर्माण कार्य स्वीकृत होने के बाद भी अप्रारंभ है। इसी तरह धमधा नाका राजीव गांधी सेतु का निर्माण स्वीकृत होने के बाद भी निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं हुआ है।