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भगवान राम के ननिहाल में इस मूर्ति को देख नहीं हटेगी नजर, हर दिन हजारों भक्त आते हैं दर्शन करने

रायपुरः राम मंदिर का नाम आते ही हमें सबसे पहले अयोध्या नगरी की याद आती है. और आएगी भी क्यूं नहीं अब वहां आगामी 22 जनवरी को भगवान श्री राम चंद्र जी का भव्य मंदिर के साथ प्राण प्रतिष्ठा होने वाली है. ऐसे ही आज हम आपको छत्तीसगढ़ में स्थित भगवान राम के एक भव्य मंदिर के बारे में बताने वाले हैं, जहां प्रतिदिन हजारों भक्त पूजा करने आते हैं.

इसके अलावा यहां स्थापित मूर्ति भी बेहद खास है. लगभग 15 करोड़ की लागत से तैयार भव्य मंदिर को बनाने में 5 साल लगा है. छत्तीसगढ़ की राजधानी में VIP रोड पर राम मंदिर का निर्माण किया गया. 105 फीट ऊंचे राम मंदिर को बनाने के लिए राजस्थान और ओडिशा के कारीगरों को बुलाया गया था.

राम मंदिर के पुजारी पं. राहुल दुबे ने बताया कि भगवान श्री राम के ननिहाल यानी छत्तीसगढ़ में श्रीराम जी का भव्य मंदिर रायपुर में है. यहां स्थापित मूर्ति को राजस्थान निवासी 16 वर्षीय युवक ने बड़े ही भक्ति भाव और श्रद्धा से इस मूर्ति को बनाया है. 22 जनवरी को अयोध्या के राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा होने वाली है, इसको लेकर राजधानी स्थित राम मंदिर में भी उत्सव का माहौल बना हुआ है. 22 जनवरी को जब अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा होगी, उस दिन भी रायपुर के राम मंदिर में त्यौहार जैसा वातावरण रहने वाला है.16 वर्ष के युवक ने इस मूर्ति को निखारा
पुजारी राहुल दुबे ने आगे बताया कि इस मंदिर में भगवान श्री राम जी की सेवा राजा के रूप में चल रही है. रामजी अपने ननिहाल में आ कर माता जानकी जी के साथ ऐश्वर्य और आशीर्वाद प्रदान कर रहे हैं. सभी भक्तों के ऊपर उनकी कृपा बनी हुई है. मूर्ति मकराना पत्थर से बनाई गई है. 16 वर्ष के युवक ने इस मूर्ति को निखारा है. मूर्ति की खासियत यह है कि इसमें भगवान हमेशा मुस्कुराते हुए नजर आते हैं. उनके सौंदर्य में किसी भी प्रकार की कोई कमी नहीं है. ऐसा लगता है बस देखते ही रहें. परमात्मा की पूर्ण रूप से कृपा इस राम मंदिर में देखने के लिए मिलती है.राम लला की प्रतिदिन 6 बार आरती
राम मंदिर में भगवान की आरती सुबह शाम मिलाकर 6 बार होती है. पुजारी सुबह साढ़े चार बजे मंदिर में प्रवेश कर जाते हैं. साढ़े पांच बजे भगवान का मंगला आरती होती है. साढ़े आठ बजे आरती और दर्शन होते है. फिर दोपहर 1 बजे, दोपहर 3 बजे और शाम 7 बजे, रात में साढ़े 9 बजे आरती होती है. आरती के समय भक्तों का तांता लगा रहता है. आरती के समय दो से तीन हजार भक्त रहते हैं. इस मंदिर में हर रोज लगभग 10 हजार से अधिक भक्त दर्शन करने आते हैं. परिसर में एक भोजनालय भी चलता है. श्री जी की रसोई जहां 20 रुपए में पेटभर खाना मिलता है. मंदिर परिसर के पीछे गौशाला है. वेद विद्यालय भी है.

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