शहर के अंदर भैंस खटालों को खाली करने निगम ने दी चेतावनी

भिलाई। शहर में सुपेला, केम्प, छावनी और खुर्सीपार में बसाहट वाले क्षेत्र में संचालित भैंस खटालों को हटाने की तैयारी शुरू हो गई है। नगर निगम ने ऐसे 56 खटालों को चिन्हित किया है जो शहर के अंदर संचालित है। ऐसे भैंस खटालों से निकलने वाली गोबर व अन्य कचरों को नालियों में बहा दिया जाता है। इससे नालियां जाम हो रही है। गंदगी और बदबू से आसपास रहने वालों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं इसके चलते संक्रामक बीमारी फैलने की आशंका बनी रहती है। इस संबंध में हाल ही में खबर प्रकाशित किया था। जिसके बाद नगर निगम प्रशासन शहर के अंदर संचालित भैंस खटाल संचालकों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी में जुट गया है। शहर के अंदर संचालित भैंस खटालों को हटाने की कार्रवाई होने वाली है। छपने के बाद नगर निगम प्रशासन ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। आयुक्त के निर्देश पर सर्वे के बाद शहर के अंदर संचालित 56 भैंस खटालों को चिन्हित किया गया है। इनके संचालकों को नोटिस जारी कर 10 दिन के भीतर खटाल वाली जगह को खाली करने चेतावनी दी जाएगी। इसके बाद भी बात नहीं बनी तो निगम का तोड़ दस्ता हरकत में आ जाएगा। बताया जाता है कि नगर निगम ने शहर के अंदर संचालित भैंस खटालों का फिर एक बार सर्वे किया है। इसमें 54 खटाल ऐसे पाए गए हैं, जिनका संचालन नियम व शर्तों की धज्जियां उड़ाते हुए हो रहा है। निगम अधिकारियों की मानें तो 40 से अधिक भैंस खटालों का संचालन बिना किसी लाइसेंस के किया जा रहा है। खुर्सीपार और छावनी क्षेत्र में अनेक जगहों पर सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा कर भैंस खटाल संचालित किया जा रहा है। बीएसपी टाउनशिप क्षेत्र में भी धड़ल्ले से खटाल चल रहे हैं। निगम द्वारा बीएसपी प्रबंधन से भी बातचीत कर शहर को खटाल मुक्त करने की तैयारी है। गौरतलब रहे कि खुर्सीपार इलाके में अभी डायरिया फैला हुआ है। गत वर्ष भी दिसंबर के महीने में डायरिया का प्रकोप सामने आया था। उस वक्त भैंस खटालों से निकलने वाली गंदगी का जलापूर्ति वाले पाइप लाइन से संपर्क को डायरिया फैलने का संभावित कारण माना गया था। इसके बाद शहर के अंदर संचालित खटालों का सर्वे जरुर हुआ पर कार्रवाई नहीं हो सकी थी। निगम प्रशासन ने अब नए सिरे से सर्वे के बाद चिन्हित खटाल संचालकों को नोटिस देने की तैयारी कर ली है। इस बार प्रदेश में सत्ता परिवर्तन से उम्मीद जागी है कि भैंस खटालों को अब शहर से बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा।