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राजधानी के प्रवेश द्वार की गरिमा के अनुसार होगा कुम्हारी का विकास

अपने विधायक के मुख्यमंत्री बनने से जागी लोगों की उम्मीद

भिलाई। कुम्हारी नगर का विकास अब राजधानी के प्रवेश द्वार की गरिमा के अनुरुप होगा। अपने विधायक भूपेश बघेल के प्रदेश का मुख्यमंत्री बन जाने से कुम्हारीवासियों में ऐसी उम्मीद जाग उठी है। मुख्यमंत्री के निर्वाचन क्षेत्र पाटन विधानसभा का शहरी इलाका होने का लाभ कुम्हारी को विकास की प्राथमिकताओं में मिल सकता है।

मिनी उद्योग नगरी के नाम से कभी पहचाने जाने वाली कुम्हारी नगर को समय के साथ आई औद्योगिक मंदी ने विकास के मामले में पीछे धकेल दिया। डीएमसी और हिम्मत स्टील जैसे उद्योगों में हुई तालाबंदी से नगर का व्यापार भी खासा प्रभावित हुआ। इससे पहले यहां का प्रसिद्ध कपड़ा मार्केट को भी पंडरी रायपुर शिफ्ट कर दिए जाने से नगर को काफी नुकसान उठाना पड़ा। 18 वर्ष पहले नया राज्य गठन के साथ रायपुर को राजधानी बनाये जाने से कुम्हारी का विकास राजधानी के प्रवेश द्वार की गरिमा के अनुरुप होने की कल्पना लोगों के मन में थी। लेकिन ऐसा हो नहीं सका। अब जब यहां से विधानसभा में प्रतिनिधित्व करने वाले भूपेश बघेल प्रदेश के मुख्यमंत्री बन गए हैं तो कुम्हारी वासियों में अपने नगर के विकास को लेकर नई उम्मीद जाग उठी है।

राष्ट्रीय राजमार्ग पर बसा कुम्हारी एक तरह से राजधानी रायपुर का प्रवेश द्वार है। लेकिन यह कहना गलत नहीं होगा कि दुर्ग अथवा राजनांदगांव की तरफ से रायपुर जाने वालों को कुम्हारी पहुंचने पर राजधानी के प्रवेश द्वार होने से गरिमा की अनुभूति नहीं हो पाती। नगर के सौंदर्यीकरण की दिशा में ऐसा कोई उपलब्धिपूर्ण कार्य दिखता ही नहीं। दूसरी तरफ राजधानी के इतने करीब होने के बावजूद शिक्षा और चिकित्सा के मामले में भी कुम्हारी नगर काफी पिछड़ा हुआ है। यहां पर शासकीय महाविद्यालय नहीं होने से उच्च शिक्षा के लिए छात्र-छात्राओं को भिलाई दुर्ग या फिर रायपुर जाना पड़ता है। चिकित्सा सुविधा के नाम पर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के रूप में 30 बिस्तर अस्पताल जरुर है पर पर्याप्त चिकित्सक और जरुरी संसाधन की कमी के चलते स्थानीय लोगों को बेहतर लाभ नहीं मिल पा रहा है।

अब जब इस क्षेत्र के विधायक भूपेश बघेल मुख्यमंत्री बन गए हैं तो एक शासकीय महाविद्यालय और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र की सुविधाओं में इजाफा के रूप में सौगत मिलने की उम्मीद बढ़ गई है। इसके अलावा 15 साल पहले तात्कालिन जोगी सरकार के वक्त रामनगर वार्ड में राजीव गांधी खेल मैदान योजना के तहत बने मिनी स्टेडियम को भी नया स्वरूप मिलने की उम्मीद है।

यहां पर यह बताना भी लाजिमी होगा कि पाटन विधानसभा में कुम्हारी एकलौता शहरी क्षेत्र है। राष्ट्रीय राजमार्ग पर होने से इस नगर में विकास की अनेक संभावनाएं है। कुम्हारी नगर पालिका क्षेत्र में ही महामाया देवी का प्राचीन मंदिर है। इस मंदिर की प्रसिद्धी दूर-दूर तलक होने से हर दिन दर्शनार्थियों की भीड़ आती है। ऐसे में सरकार द्वारा महामाया मंदिर को पर्यटन केन्द्र के रूप में विकसित किया जाता है तो नगर के विकास में चार चांद लग सकती है। कुम्हारी में रावतपुरा सरकार विश्वविद्यालय और विश्व प्रसिद्ध जैन तीर्थ कैवल्यधाम की भी अच्छी खासी ख्याति बनी हुई है। बावजूद इसके विकास क साथ नगर के सौंदर्य को निखारने की दिशा में समसामयिक प्रयास का नहीं होना स्थानीय निवासियों को खलता है। लेकिन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का निर्वाचन क्षेत्र होने से सभी को लग रहा है कि कुम्हारी के दिन अब बदलने वाला है।

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