छत्तीसगढ़

वसीम खान हत्याकांड का मुख्य आरोपी कांग्रेस नेता ने किया सरेंडर। सरकार बदलते ही अपराधियों में दहशत। पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल ने कहा था 15 दिनों के अंदर खत्म करेंगे गुण्डागर्दी। राजनीतिक संरक्षण खत्म होने से अपराधियों के हौसले अब पस्त होने लगे है।

भूपेंद्र साहू।
ब्यूरो चीफ बिलासपुर।
मो.- 9691444583
Smart City Bilaspur…
सरकार के बदलते ही कानून व्यवस्था में उसका असर दिखने लगा है। शहर के बहुचर्चित तालापारा हत्याकांड का मुख्य आरोपी एनएसयूआई प्रदेश सचिव वसीम खान ने दोपहर सिविल लाइन थाना पहुंचकर आत्मसमर्पण कर दिया है। आरोपी वसीम खान घटना के बाद लगभग दो साल से फरार चल रहा था
बताते चलें की आरोपी एनएसयूआई नेता वसीम खान को तत्कालीन सत्ताधारी दल के नेताओं का सरंक्षण मिल हुआ था जिसके कारण आरोप लगते रहें हैं की पुलिस जानबूझकर वसीम खान को गिरफ्तार नहीं कर रही। पर कांग्रेस सरकार की विदाई के साथ ही अब उससे जुड़े अपराधी किस्म के नेताओं में खलबली मची है। वहीं शहर में संचालित सभी अवैध चखना दुकानों पर भी आज निगम ने बुलडोज़र चलाया है।

नेतृत्व बदलने का असर, अमर अग्रवाल ने कहा था गुण्डागर्दी खत्म कर देंगे।

नेतृत्व बदलने का असर अब दिखने लगा है, चुनाव के वक्त पूर्व मंत्री, बिलासपुर विधायक अमर अग्रवाल ने कहा था की हमारी सरकार बनते ही 15 दिनों के अंदर शहर से गुण्डागर्दी खत्म कर देंगे और और जिस दिन चुनाव के परिणाम घोषित हुए थे मतगणना सेंटर के बाहर अमर अग्रवाल ने कहा था की आज से अपराधी खुद से सुधर जाएं नहीं तो सुधार दिया जाएगा, इसका असर अब दिख भी रहा है, दो साल से राजनीतिक संरक्षण में फरार चल रहे वसीम खान ने सरेंडर किया है। अपराधियों को जब तक राजनीतिक संरक्षण मिलता रहेगा कानून व्यवस्था पर इसका असर पड़ता है। पिछले पांच सालों में इसके कई उदाहरण देखें जा सकते है, अब शहर में अमर अग्रवाल के फिर से विधायक बनते ही पूर्व के उनके कार्यकाल की तरह अपराधियों पर नकेल कसे जा रहे हैं।

जानिए मामले की जानकारी

25 फरवरी 2022 को दोपहर तीन बजे सिविल लाइन थाना क्षेत्र के तालापारा के समता कालोनी गार्डन के पास 20-25 युवकों ने मिलकर नाबालिग नवीन महादेवा पर चाकू से ताबड़तोड़ हमला कर दिया था। इस बीच उनका दोस्त उदय चक्रवर्ती ने बीच-बचाव करने पहुंचा तो उसके उपर भी चाकू से हमला किया गया।

इस गैंगवार से नवीन की हत्या हो गई और उदय को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था। माहौल खराब होने के बाद पुलिस ने उदय का मजिस्ट्रियल बयान दर्ज कराया। इसमें उसने एनएसयूआइ नेता वसीम खान पर हत्या कराने का आरोप लगाया था। इसके बाद उदय का वीडियो भी सामने आया था। लेकिन पुलिस ने घटना के बाद से वसीम को गिरफ्तार नहीं किया था और वसीम खान तब से अब तक फरार चल रहा था।

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