संरक्षा के सजग प्रहरियों का महाप्रबंधक द.पू.म. रेलवे द्वारा संरक्षा सम्मान से सम्मानित किया गया।
भूपेंद्र साहू।
ब्यूरो चीफ बिलासपुर।
मो.- 9691444583
बिलासपुर :- रेल परिचालन में संरक्षा दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
सजगता एवं बेहतर संरक्षा कार्य में सहभागिता निभाने वाले रेल संरक्षा के सजग प्रहरी कर्मचारियों का सम्मान महाप्रबंधक, दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के द्वारा हर माह की शुरुआत में आयोजित संरक्षा बैठक के दौरान किया जाता है।
17 अक्टूबर, 2023 को बिलासपुर, नागपुर एवं रायपुर मंडल में कार्यरत संरक्षा कोटि के 03 रेल कर्मचारियों को उनके उत्कृष्ट एवं सराहनीय संरक्षा सबंधी कार्य निष्पादन के लिए महाप्रबंधक आलोक कुमार के द्वारा सम्मानित किया गया।
बिलासपुर रेल मंडल के दीपेन्द्र बरेठ, गेटकीपर में कार्यरत थे। शक्ति-बाराद्वार रेल खंड के मध्य स्थित समपार फाटक में एक ओवर लोडेड ट्रक जिसमे तार लोड था जो ठीक तरीके से बंधा हुआ नहीं था, पार होने के लिए आया था जिसे ऑन ड्यूटि गेटकीपर दीपेन्द्र बरेठ ने रोक कर इस की जानकारी ऑन ड्यूटि स्टेशन मास्टर को सूचना दी गयी। तत्पश्चात रेलवे सुरक्षा बल ने ओवर लोडेड ट्रक को बाहर किया। यह ट्रक आगे जाने से समपार फाटक पर तार के OHE तार से टकराने पर दुर्घटना का कारण बन सकती थी। गेटकीपर ने अपनी सतर्कता एवं कर्तव्यनिष्ठा से कार्य करते हुए संरक्षा को सुनिश्चित किया।
रायपुर रेल मंडल के रिजवान अहमद, ट्रेन मैनेजर (गुड्स) बिलासपुर से रायपुर की ओर जा रही एक माल गाड़ी में कार्यरत थे। निपनिया-भाटापारा के मध्य अप लाइन गुजरते समय श्री अहमद ने अचानक किलोमीटर 757/05 पर अप लाइन के नीचे एक बड़ा गड्डा देखा। खतरे की संभावना को देखते हुए, उन्होने तुरंत इस गड्डे के बारे में डिप्टी एस. एस./ निपनिया को सूचना दी और तुरंत आवश्यक कार्रवाई करने के लिए PWI को सूचना दी एवं उस लाइन पर ट्रेन परिचालन रोक कर सुधार कार्य किया गया, जिससे कोई बड़ी ट्रेन दुर्घटना होने से बच गई।
रिजवान अहमद ने अपनी सतर्कता एवं कर्तव्यनिष्ठा से कार्य करते हुए संरक्षा को सुनिश्चित किया।
इसी प्रकार नागपुर रेल मंडल के चिंतामणि दुर्गा, ट्रैकमेंटेनर ने 14 अगस्त, 2023 को किलोमीटर 928/33 मे डोंगरगढ़-पनियाजोब सेक्शन के बीच ट्रैकमेंटेनर कार्य के दौरान रेल फ्रेक्चर को देखा उसने तत्काल झंडी एवं पटाखा की सहायता से रेल्वे ट्रैक को सुरक्षित किया और तत्पश्चात अपने सक्षम अधिकारी को इसकी सूचना दी। फिर फिश प्लेट को बांधा इसके पश्चात पहली गाड़ी को 10 किलोमिटर की गति से पास किया गया। इनके द्वारा समय पर सूचना देकर संरक्षा के मापदण्डों को सुनिश्चित किया गया। संरक्षा कोटि के कर्मचारियों को सम्मानित किए जाने के अवसर पर प्रधान मुख्य संरक्षा अधिकारी प्रदीप कुमार, अन्य विभागाध्यक्ष सहित अधिकारीगण उपस्थित थे।